जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र (संरा) ने तालिबान से अफगानिस्तान की पिछली सरकार के कर्मियों को क्षमादान देने, महिलाओं के लिए समावेशी रूख प्रदर्शित करने एवं लड़कियों को विद्यालयों में बने रहने देने के संकल्प समेत अपने वादों को पूरा करने की अपील की है। यहां संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविल्ले ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, तालिबान ने कई ऐसे बयान दिये हैं जो जमीनी स्तर पर आश्वस्तकारी हैं।
उन्होंने कहा, लेकिन उनकी करनी उनकी कथनी से अधिक बयां करती हैं, और अभी यह जल्दबाजी है– यह नाजुक घड़ी है। उन्होंने कहा कि तालिबान के वादों का सम्मान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, समझने की बात है कि उसके अतीत के लिहाज से उसकी घोषणाओं को संदेह की नजर से देखा गया है। कोलविल्ले ने कहा, वादे तो किये गये हैं, अब उन्हें पूरा किया जाता है या उन्हें तोड़ दिया जाता है, उसपर कड़ी नजर रहेगी।
उन्होंने उस टिप्पणी की ओर परोक्ष रूप से इशारा किया जो एक दिन पहले संयुक्त महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हाल के सप्ताह में तालिबान के कब्जे में आये क्षेत्रों में मानवाधिकार उल्लंघनों एवं अधिकारों –खासकर महिलाओं एवं लड़कियों के अधिकारों के उल्लंघन पर चिंताजनक रिपोर्ट पर कही थी। कोलविल्ले ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से नागरिकों की जान की रक्षा के लिए तालिबान पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का भी आह्वान किया।