कहा- विशेषज्ञों की मदद ज़रूरी; सभी कारणों की पहचान पर ज़ोर, 1 दिसंबर को सुनवाई पर राज़ी
नयी दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए अदालतों के पास कोई जादुई छड़ी नहीं है। ऐसी समस्याओं का समाधान खोजना क्षेत्र के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों का काम है। मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ ने बृहस्पतिवार को न्यायमित्र एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अपराजिता सिंह से कहा, ‘एक कोर्ट किस जादुई छड़ी का उपयोग करे?’ अपराजिता इस मामले की तत्काल सुनवाई की मांग कर रहीं थीं। सिंह ने कहा, ‘दिल्ली-एनसीआर में (वायु प्रदूषण की) स्थिति खतरनाक है और यह एक स्वास्थ्य आपातकाल है।
सूर्यकांत ने कहा, मैं जानता हूं कि यह दिल्ली-एनसीआर के लिए खतरनाक है… मुझे बताएं कि हम क्या निर्देश दे सकते हैं, कि तुरंत हवा साफ हो जाए? हम सभी जानते हैं कि समस्या क्या है। हमें सभी कारणों की पहचान करने की ज़रूरत है। कोई एक अकेला कारण नहीं है। यह सोचना एक वास्तविक गलती हो सकती है… लेकिन केवल क्षेत्र के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक ही इस पर ध्यान दे सकते हैं।’ हालांकि, पीठ सोमवार 1 दिसंबर को मामले की सुनवाई के लिए सहमत हो गई। चीफ जस्टिस ने कहा, ‘देखते हैं कि हम क्या कर सकते हैं। हमें यह भी देखना होगा कि प्रत्येक क्षेत्र में क्या समाधान हो सकते हैं। आइए देखें कि सरकार ने क्या समिति गठित की है।’ सीजेआई ने कहा कि दिवाली के आसपास हर साल इस मामले को एक औपचारिक तरीके से सूचीबद्ध किया जाता रहा है, लेकिन अब इसकी नियमित रूप से निगरानी किए जाने की आवश्यकता है।
सीजेआई ने व्यक्त की थी चिंता
दिल्ली-एनसीआर हफ्तों से खराब या बहुत खराब वायु गुणवत्ता से जूझ रहा है, सीजेआई सूर्यकांत ने बुधवार को कहा था कि पिछले दिन जब वह टहलने के लिए बाहर गए थे तो उन्हें अस्वस्थ महसूस हुआ। उन्होंने कहा, ‘मैं केवल टहलने का व्यायाम करता हूं। लेकिन अब वह भी मुश्किल हो गया है। कल, मैं 55 मिनट तक चला और सुबह तक मुझे समस्या रही।’ उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को केवल वर्चुअल मोड पर स्थानांतरित करने पर विचार कर रहे हैं और बार (वकीलों की संस्था) से सलाह लेने के बाद फैसला लिया जाएगा।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 26 नवंबर को शाम 4 बजे जारी किए गए एक्यूआई बुलेटिन : दिल्ली में पिछले 24 घंटों में औसत एक्यूआई 327 दर्ज किया गया। 301 से 400 की रेंज बहुत खराब मानी जाती है।





