कानपुर (उप्र)। कानपुर के निकट पुलिस मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात अपराधी विकास दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि अत्यधिक खून बहने की वजह उसकी मौत हुई है। विकास दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सोमवार को सार्वजनिक हुई। इसमें पुष्टि की गई है कि कुख्यात अपराधी को तीन गोलियां लगी थीं और तीनों ही गोलियां उसके शरीर के आरपार हो गई थीं।
विकास के शव का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों की टीम ने किया था और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग कराई गई। शव का पोस्टमार्टम डा. ए के अवस्थी, डा. एस के मिश्रा और डा. वी चतुर्वेदी के पैनल ने किया। एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक विकास के शरीर में कुल दस जख्म पाए गए। छह जख्म गोलियों के शरीर से आर-पार होने के हैं जबकि अन्य चार जख्म शरीर के दाहिने हिस्से में हैं जो गोली लगने के बाद विकास के गिरने से हुए।
उन्होंने बताया कि पहली गोली उसके दाहिने कंधे पर लगी जबकि बाकी दो गोलियां उसके बांए सीने पर लगी हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि विकास की मौत अत्यधिक खून बहने के कारण हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक शरीर के दाहिने हिस्से में सिर, कोहनी, पसली और पेट में जख्म के साथ हल्की सूजन पाई गई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हालांकि यह बात सामने नहीं आई है कि गोली पास से चलाई गई है या दूर से या फिर कितनी दूर से चलाई गई है। पुलिस की टीम दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि को विकास दुबे के यहां दबिश डालने गई थी। पुलिस पर घात लगाकर हमला किया गया और इस हमले में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। पुलिस टीम पर हमले के बाद विकास और उसके साथी घटनास्थल से भाग गए।
बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और कानपुर पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में विकास मारा गया। एसटीएफ का कहना है कि जिस वाहन से विकास को मध्य प्रदेश के उज्जैन से लाया जा रहा था, भारी बारिश के चलते वह कानपुर शहर के बाहरी हिस्से में पलट गया। उन्होंने बताया कि विकास ने मौके से भागने की कोशिश की और पुलिस की कार्वाई में वह मारा गया।