लखनऊ। वसंत पंचमी पर रविवार को सुबह से ही मां सरस्वती के पूजन का दौर शुरू हो गया। स्कूलों व कालेजों में ज्ञानदात्री मां सरस्वती का पूजन किया गया तो दूसरी ओर से मंदिरों में यज्ञ अनुष्ठान के साथ ही भंडारे का आयोजन हुआ।
निराला नगर के श्रीराम कृष्णमठ में अध्यक्ष मुक्तिनाथा नंद ने मां के आह्वान के साथ पुष्पांजलि की। घसियारी मंडी के काली बाड़ी मंदिर में गौतम भट्टाचार्य व आरएन बोस की मौजूदगी में पूजन के साथ ही भंडारा हुआ। यहां रविवार को महिलाए सेतोल षष्ठी यानि बासी खाना खाती हैं। इस दिन सिल बट्टे की पूजा होती है और गोटा सेद्दों बनाया जाता है। पालक, बैगन, आलू, सेम, सकरकंदी, हरी मटर, बेर, साबुत उरद दाल सब एक साथ नमक डालकर एक बार बिना कल्छुल के बनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन सिलबट्टे और घर की महिलाओं को विश्राम देने के लिए ऐसा किया जाता है। सदर के हाता रामदास स्थित श्री शिव श्याम मंदिर में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। गुरुजी ने बताया कि वसंत पंचमी पर मां फूलों से श्रृंगार किया गया। चौक के सोंधी टोला स्थित द्वारिकाधीश मंदिर में उत्तम कपूर के संयोजन में भंडारा हुआ। बाबा नीब करौरी मंदिर में राम दरबार मंदिर का कार्य शुरू हुआ। मंदिर के पुजारी ने बताया कि श्रीरामचरितमानस पाठ का समापन हुआ। भंडारे के साथ समापन हुआ।
भंडारे संग बंगाली क्लब में मां शारदा का पूजन
दूसरी ओर बंगाली क्लब में अध्यक्ष अरुण बनर्जी की उपस्थिति में मां शारदा का पूजन किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने मां को पीले फूल, वस्त्र और भोज्य सामग्रियां अर्पित कीं। विवेक खंड के पानी टंकी पार्क में गोमती नगर सरस्वती पूजा समिति की ओर से मां शारदा का पूजन किया गया। ऐशबाग के साईं मंदिर में सुदर्शन समाज कल्याण समिति की ओर से मां सरस्वती का पूजन किया गया। मालवीय नगर स्थित सरस्वती पार्क में नवजागृति समिति की ओर से वसंत महोत्सव मनाया गया। बासंमंडी स्थित इस्कॉन मंदिर में मां सरस्वती का विशेष पूजन किया गया। इसके बाद हरे कृष्णा नाम संकीर्तन हुआ। शाम को फूलों की होली खेली गई। कुड़ियाघाट परशाम को वहां दीपदान किया गया। श्री शुभ संस्कार समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त पांडेय ने बताया कि यह अनुष्ठान 2005 से किया जा रहा है। राजेन्द्र नगर स्थित दुर्गा मंदिर में वसंत पंचमी पर खिचड़ी का प्रसाद बांटा गया। डालीगंज के मनकामेश्वर मठ मंदिर में महंत देव्यागिरि की अगुआई में विशेष आरती की गई। हनुमान सेतु मंदिर में गुरुकुल के बच्चों ने मां सरस्वती की अराधना की। अलीगंज के विध्यांचल देवी मंदिर में तहरी भोज हुआ।
बड़ी काली जी मंदिर में हुए विविध संस्कार
चौक बड़ी काली जी मंदिर चौक में वसंत पंचमी पर मंदिर और मां का शृंगार पीले रंग के फूलों से किया गया। साथ ही पीली रंग की तहरी और बूंदी का वितरण किया गया। पुजारी शक्तिदीन अवस्थी की देख-रेख में विद्यारंभ, मुंडन, कर्णछेदन, अन्न प्रसान संस्कार बड़ी संख्या में हुए। दूसरी ओर इन्दिरा नगर गायत्री ज्ञान मंदिर में सभी संस्कार निशुल्क करवाए गए। साथ ही विश्व कल्याण के लिए यज्ञ करवाया गया। जिन लोगों ने यज्ञ में भाग लिया, उन्हें नि:शुल्क पुस्तकें भी भेंट की गईं।
पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर में हुई पूजा-अर्चना:
ठाकुरगंज स्थित पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित भगवान राम मंदिर का स्थापना दिवस मनाया गया। संयोजक नरेश कुमार शुक्ला ने बताया कि इस मौके पर मां सरस्वती का पूजन के साथ अनुष्ठान हुआ। इंदिरानगर सेक्टर-नौ स्थित आनंदेश्वर महादेव मंदिर में वसंत पंचमी पर मां सरस्वती का पूजन एवं हवन किया गया। कुर्सी रोड बजरंग विहार कालोनी स्थित हनुमान मंदिर में बसंत पंचमी के अवसर पर पूजा अर्चना की गई।
पूजा अर्चना व हवन:
शास्त्री नगर के दुर्गा मंदिर में विशेष पूजा अर्चना व हवन हुआ। कैंट दुर्गा पूजा समिति के मीडिया सचिव निहार डे के संयोजन में पूजन के साथ भंडारा हुआ। सरस्वती मां के सामने छोटे बच्चों का हाथे कोडी (पहली बार लिखना ) किया गया। बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। बादशाहनगर दुर्गा पूजा कमेटी के संयोजन में पूजन हुआ तो नरही में भी पूजन हुआ। विवाह के शुभ मुहूर्त के चलते देर शाम शादियां भी होंगी।
होलिका स्थापित:
प्रहलाद के प्रतीक अरंड की डाल के साथ होलिका की स्थापना की गई। कृष्णानगर के सहसेबीर मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, चंदरनगर, आलमबाग सहित शहर में कई स्थानों पर पूजन और होलिका की स्थापना विधि विधान से की गई। मनकामेश्वर मंदिर में ज्ञान की देवी सरस्वती मां का पूजन किया गया। इसके साथ ही होलिका का खंभ भी मंदिर के पास चौक पर लगाया गया। खंभ स्थल को गेंदे के फूलों की रंगोली से आकर्षक रूप से सजाया गया था। 11 पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोचारण के साथ महंत देव्यागिरि ने खंब लगाया। मार्च की पूर्णिमा पर वहां होलिका दहन किया जाएगा। बाबा मनकामेश्वर महादेव का अभिषेक श्रृंगार कर उन्हें तहरी का भोग लगा कर उसका प्रसाद वितरण किया गया।
सरस्वती पूजन के साथ हुआ भंडारा
तहरी भोज में उमड़ा भारी जन समूह
लखनऊ। इंदिरा नगर की एकता पार्क आवासीय सोसाइटी ए ब्लाक द्वारा बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में तहरी भोज का विशाल आयोजन किया गया।
सोसाइटी के अध्यक्ष शिखर विजय श्रीवास्तव ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सोसायटी के तमाम सदस्यों की आम राय के मुताबिक इस बार भी बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा आराधना के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि आज ही के दिन सोसायटी के पार्क में होलिका की भी स्थापना कार्यक्रम विधिवत सम्पन्न किया गया।
तहरी भोज में सोसायटी के समस्त सदस्यों ने अपना भरपूर सहयोग किया। आने वाले तमाम आगंतुकों को सम्मान सहित भोजन कराया गया। सामंजस्य ऐसा कि किसी को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होने पाए इसका विशेष ध्यान बराबर रखा गया।
संरक्षक सीताराम त्रिपाठी, एन डी सिंह,और रमेश पाण्डेय ने बताया कि बच्चे, बुजुर्गों और महिलाओं के लिये अलग अलग बैठने और सुगमता से भोजन कराने का उचित इंतजाम किया गया।
इस अवसर पर महिलाओं और पुरषों ने पीले वस्त्र पहने हुए थे। जितने भी आगंतुक पधार रहे थे सभी के मस्तक पर पीला तिलक लगा कर सम्मानित किया गया। बच्चों ने भी इस विशेष अवसर पर माँ सरस्वती की पूजा का प्रसाद चखा और खूब उत्सव मनाया। महिलाओं ने प्रारम्भ में माँ के भजन गीत गुनगुनाए इस संगीतमय माहौल का मौजूद लोगों ने खूब लुफ्त उठाया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव सुनीत सोनकर कुश्मेश वर्मा, अमरेश श्रीवास्तव, अरविंद पाण्डेय सहित सोसायटी के अधिकतम सदस्यों ने अपनी भागेदारी दर्ज कराई।
50वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार सम्पन्न
रामलीला समिति महानगर में हुआ आयोजन
लखनऊ। श्री रामलीला समिति महानगर द्वारा 50 वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार रविवार को वसंत पंचमी के अवसर पर विधि विधान से पंडित वंशीधर उप्रेती, पंडित दीपक जोशी, पंडित दिनेश उप्रेती, पंडित चंद्रशेखर तिवारी, पंडित भुवन जोशी, पंडित हरिश्चंद्र तिवारी, पंडित खष्टी वल्लभ आदि द्वारा संपन्न कराया गया। करीब 86 बटुकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। कार्यक्रम का संचालन रामलीला निर्देशक महेन्द्र पंत ने किया। आयोजन को सफल बनाने में रामलीला समिति के मुख्य संयोजक गिरीश जोशी, संयोजक दीपक पांडे दीनू, नीरज पंत, नीरद पंत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद पंत, आनंद सिंह, संजय पांडे, हरीश लोहुमी, हिमांशू मिश्रा आदि की महत्व पूर्ण भूमिका रही इस अवसर पर लखनऊ सहित अन्य नगरों के बटुक भी शामिल थे। सामूहिक योग्य पवित्र संस्कार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख श्वांत रंजन जी ने शामिल होकर बटुकों को आशीर्वाद दिया और कहा कि हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में उपनयन संस्कार एक प्रमुख संस्कार माना गया है ।
इस अवसर परणं महापरिषद के संरक्षक एन.के.उपाध्याय , उपाध्यक्ष के.एन.पाठक, महासचिव महेंद्र सिंह रावत, संगठन सचिव राजेश भट्ट एवं उत्तराखंड महा परिषद के अध्यक्ष हरिश्चंद्र पन्त, उपाध्यक्ष मंगल सिंह रावत शामिल थे। अंत में रामलीला समिति के अध्यक्ष ललित मोहन जोशी व महासचिव हेम पंत ने समारोह में आए सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।
उत्तराखंड की परंपरा एवं रीति-रिवाज के साथ हुआ जनेऊ संस्कार
लखनऊ। देवभूमि सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति, कल्याणपुर, लखनऊ के तत्वावधान में रविवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर उत्तराखंड की परंपरा एवं रीति-रिवाज के अनुसार सामूहिक जनेऊ संस्कार का भव्य आयोजन बरसाना उपवन, कल्याणपुर, लखनऊ में संपन्न हुआ। सर्वप्रथम माँ सरस्वती की कुमाऊनी वंदना जिसके बोल है दैनि है जये माँ सरस्वती। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव ने बटुकों को आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में उत्तराखंड समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व श्री हरीश चंद पंत (अध्यक्ष), दीवान सिंह अधिकारी (संयोजक), भरत सिंह बिष्ट (महासचिव), श्री मंगल सिंह रावत (देवभूमि के संयोजक), श्री मदन सिंह बिष्ट (अध्यक्ष), श्री जगत सिंह राणा (महासचिव), एवं श्री पूरन जीना सहित कार्यक्रम के प्रभारी श्री पूरन चंद्र जोशी ने बटुकों को आशीर्वाद प्रदान किया।
यज्ञोपवीत संस्कार के मुख्य प्रभारी आचार्य कमल बहुगुणा, जो काशी विद्यापीठ से शास्त्री एवं साहित्याचार्य उपाधिधारी हैं, के नेतृत्व में यह पावन संस्कार संपन्न हुआ। साथ ही, पंडित संतोष जोशी, पंडित सत्येंद्र पाठक, पंडित पवन देव शास्त्री, एवं पंडित दिनेश जोशी जी ने पांच बटुकों का उत्तराखंड की पारंपरिक विधि-विधान से यज्ञोपवीत संस्कार कराया।
संस्कार प्राप्त करने वाले बटुकों में कुनाल भट्ट, पीयूष पंत, नितेश सिंह, वरुण पंत, अक्षत सिंह नेगी थे। इस शुभ अवसर पर बटुकों के परिवारजन एवं मातृशक्ति उपस्थित रही। कार्यक्रम में लगभग 500 सम्मानित परिवारों के सदस्य उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, क्षेत्रीय विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना कर पुष्प अर्पित किए तथा समाज की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की। अंत में उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन को प्रसाद रूप में सभी ने ग्रहण किया।
इस पवन अवसर पर बाल साहित्यकारों को सम्मानित किया गया जिसमे सर्वप्रथम कुमारी गार्गी घुघत्याल, कुमारी मिताली सिंह और कनिष्का सिंह को देवभूमि बाल साहित्यकार सम्मान से नवाजा गया ।