लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार दूर-दराज के क्षेत्रों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके तहत ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत किया जा रहा है। उन्होंने दूर-दराज के क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाएं सुलभ कराने में ड्रोन के इस्तेमाल की योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने यहां अपने सरकारी आवास पर अनलॉक की समीक्षा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई आने वाले दिनों में शुरू करने के संबंध में विचार किया जाये। उन्होंने स्थिति का पूरी तरह आकलन करने के बाद ही इन कक्षाओं का संचालन शुरू करने के निर्देश दिये हैं।
योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी आठ आकांक्षात्मक जिलों में राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत बनाने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इन जिलों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाये। उन्होंने आकांक्षात्मक जिलों में टेलीमेडिसिन व टेलीकंसल्टेशन को प्रोत्साहित करने के संबंध में तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
इसके साथ ही उन्होंने लखनऊ में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस संस्थान को नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाये। प्रदेश में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना हो जाने पर चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय जांच व शोध की सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय सघन पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत टीमें घर-घर जाकर 0-5 वर्ष आयु के बच्चों को पोलियो टीके की खुराक पिला रही हैं। उन्होंने इस कार्यवाही की सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि अभियान के माध्यम से लक्षित आयु वर्ग के सभी बच्चों का पोलियो टीकाकरण सुनिश्चित किया जाये।
योगी ने कोविड से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण की दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज किये जाने के बावजूद हर स्तर पर सतर्कता बनाये रखना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड की टेस्टिंग का काम पूरी क्षमता से चलाया जाये। कांटेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस सिस्टम को सक्रिय रखा जाये। कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखा जाये। उन्होंने कोविड से बचाव के बारे में लोगों को लगातार जागरूक किये जाने पर भी ज़ोर दिया।