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कानून-व्यवस्था नियंत्रित करना सरकार के बस में नहीं : लल्लू
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने मंगलवार को सूबे की भाजपा सरकार पर महिलाओं और बच्चियों पर पिछले 48 घंटों में हुईं आपराधिक घटनाओं को लेकर हमला बोलते हुए सरकार द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति’ पर सवाल खड़ा किया है।
प्रियंका ने बस्ती, कानपुर सहित 14 आपराधिक घटनाओं को साझा करते हुए ट्वीट किया है, ‘क्या यूपी के सीएम साहब ये बताने का कष्ट करेंगे कि उनका मिशन शक्ति कितना सफल रहा? क्योंकि यूपी से महिलाओं के खिलाफ अपराधों की आ रही खबरें तो कह रही हैं कि यूपी महिलाओं के लिए एकदम सुरक्षित नहीं है। कई जगहों पर तो लड़कियों ने जान दे दी क्योंकि उनकी कोई सुनवाई न हुई।’
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगते हुए कहा कि फतेहपुर में दो सगी बहनों की निर्ममतापूर्वक की गयी हत्या, कानपुर में दिल दहला देने वाली घटना के साथ ही अयोध्या में दलित किशोरी से गैंगरेप ने यह साबित कर दिया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था नियंत्रित करना भाजपा सरकार के बस में नहीं है। सरकार अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों व नैतिकता से विमुख होकर सिर्फ पीआर व ब्राण्डिंग के बल पर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने तक सीमित रह गयी है।
लल्लू ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा, बलात्कार, हत्या, अपराध को रोकने में पूरी तरह विफल है। सोमवार को भदोही में 6 वर्षीय बालिका की गला रेतकर अपराधियों द्वारा हत्या कर दी गयी। बस्ती, गोंडा, बुलंदशहर, शाहजहांपुर की घटना ने प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधी पूरी तरह भयमुक्त होकर बेलगाम हो गये हैं, बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा ताक पर है, मासूम बच्चियां किस तरह असहनीय दर्दनाक पीड़ा का दंश बर्दास्त करते हुए दरिंदगी का शिकार होकर आत्महत्या के लिये विवश है। बलात्कारी मासूम बेटियों की हत्या से भी परहेज नही कर रहे है।
प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह अपराधी हत्या, बलात्कार जैसी जघन्य घटनाओं को जब चाहते हैं जहां चाहते हैं अंजाम दे रहे हैं और सरकार व पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है इससे यह साबित होता है कि सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है और अपराधी प्रदेश में समानान्तर सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े छिपाकर और आकड़ों की बाजीगरी करके सरकार अपनी वाहवाही लूटने में जुटी है और आम जनता में हाहाकार मचा हुआ है। बच्चियों की हत्या, बलात्कार और अपहरण के बाद पुलिस तब तक मुकदमा नहीं दर्ज करती है जब तक किसी का शव नहीं मिलता।
लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री अपराधियों पर कठोर कार्यवाही और कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के बजाये सिर्फ बैठकें और चेतावनी देने तक ही सीमित रह गये हैं। सच्चाई तो यह है कि भाजपा राज में प्रदेश में बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मिशन महिला शक्ति जैसे केवल कोरे नारों तक ही सरकार सिमट कर रह गयी है।