मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को नीतिगत दर रेपो पर यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया, जिसके बाद प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार दूसरे दिन तेजी आई।
इस दौरान ब्याज दर को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों मसलन वित्तीय, रियल्टी और वाहन कंपनियों के शेयरों में खासतौर से बढ़त हुई। कारोबारियों ने कहा कि एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मजबूत रुख से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 364.06 अंक या 0.55 प्रतिशत चढ़कर 65,995.63 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 464.24 अंक या 0.70 प्रतिशत उछलकर 66,095.81 अंक पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 107.75 अंक या 0.55 प्रतिशत बढ़कर 19,653.50 अंक पर बंद हुआ।
साप्ताहिक प्रदर्शन की बात करें, तो बीएसई 167.22 अंक या 0.25 प्रतिशत चढ़ा और निफ्टी ने 15.2 अंक या 0.07 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, उच्च मुद्रास्फीति के जोखिम ने आरबीआई को अपने नीतिगत दृष्टिकोण में और अधिक यथार्थवादी बनने के लिए प्रेरित किया। केंद्रीय बैंक ने नकदी प्रबंधन पर कठोर रुख बनाए रखा। रिजर्व बैंक प्रणाली में नकदी को कम करने के लिए ओएमओ पर विचार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हालांकि फैसले का बाजार पर सकारात्मक असर दिखा। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के तकनीकी शोध के उपाध्यक्ष अमोल अठावले ने कहा, हालिया सत्र में गिरावट के बाद रियल्टी शेयरों पर सभी कर नजर रही। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने से रियल्टी क्षेत्र की बिक्री में बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर त्योहारी सीजन के दौरान।
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