वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। सरकारें हमें धर्म-जाति में बांट रही हैं। हमें इकट्ठा होकर बड़े आंदोलन की तैयारी करनी होगी। जैसे दिल्ली में 16 महीने आंदोलन चला, वैसे ही एमएसपी के लिए पूरे देश में एक बड़ा आंदोलन चलाना पड़ेगा। देश में वैचारिक क्रांति की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के लिए तैयार रहें। आने वाले समय में ट्रैक्टर तैयार रखें।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को ईको गार्डन में आयोजित किसान-मजदूर अधिकार महापंचायत में एमएसपी, गन्ना भुगतान, बिजली, भूमि अधिग्रहण समेत कई मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। बिजली का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि कई राज्यों में बिजली मुफ्त है।
वहीं उत्तर प्रदेश में सबसे महंगी बिजली है। राज्य सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कहा था बिजली फ्री देंगे। सरकार बनने के बाद कहा कि एक साल में देंगे। अब मीटर लगा रहे हैं। आवारा पशुओं से किसान परेशान हैं। टिकैत ने सवाल उठाया कि गन्ने का मूल्य मायावती शासन में 40 रुपये बढ़ सकते हैं तो क्या मौजूदा सरकार दाम नहीं बढ़ा सकती। आरोप लगाया कि गन्ने का पूरा भुगतान करने का सरकारी दावा झूठा है। उन्होंने आलू किसानों का भी मुद्दा उठाया। कहा कि जल्द ही वह एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान और बिहार भी जाएंगे।