वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय की शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण और समन्वय की नीति के तहत पड़ोसी देश नेपाल के शैक्षिक और शोध परितंत्र का अध्ययन करने तथा उनके विभिन्न संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के नेतृत्व में गुरुवार को एक प्रतिनिधि मंडल रवाना हुआ।
प्रतिनिधि मंडल को दिशा निर्देश देते हुए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वैश्विक संभावनाएं हैं, इसे विश्व पटल पर रखने की आवश्यकता है। यह प्रतिनिधि मंडल नेपाल में मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर अध्ययन करेगा। नेपाल और भारत के बीच व्यापक और सकारात्मक शैक्षिक आदान-प्रदान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सदाशय पूर्वक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में चर्चा परिचर्चा में लाना और चुनिंदा उत्कृष्ट शैक्षिक संस्थाओं के साथ अकादमिक, सांस्कृतिक संवाद और आवश्यकतानुसार समझौता ज्ञापन स्थापित करना।
इसके अतिरिक्त प्रतिनिधि मंडल नेपाल के आम जन मानस में शिक्षा के वैश्विक आयामों पर भी अध्ययन, चर्चा एवं चिंतन संवाद करेगा और कुछ उच्च शिक्षण परिसरों में चर्चा परिचर्चा में भी प्रतिभाग करेगा। कुलपति प्रो. आलोक राय के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधि मंडल में लखनऊ विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक्स प्रो गीतांजलि मिश्र, डायरेक्टर इंटरनेशनल सेल के प्रो. आरपी सिंह, डीन कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल प्रो. अवधेश त्रिपाठी, पीएम रुसा डायरेक्टर डॉ केया पाण्डेय, उपक्रम के एसोसिएट इंटरनेशनल डायरेक्टर एवं प्रो सतेंद्र पाल सिंह एवं लखनऊ विश्वविद्यालय की वित्त अधिकारी हिमानी चौधरी हैं।