योजनाओं के लिए धनराशि आवंटन में न हो देर : योगी
विशेष संवाददाता
लखनऊ। अयोध्या में चल रही विकास परियोजनाओं की रफ़्तार को तेज किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या के समग्र विकास के कार्यों की गति तेज करने की जरूरत है। आवास विकास, नगर विकास, धर्मार्थ कार्य, पर्यटन विभागों से संबंधित कार्यों के लिए धनराशि आवंटन में देर न हो। प्राथमिकता के आधार तय चरणबद्ध ढंग से कार्यों की पूरा कराया जाये। अंतर्विभागीय समन्वय बनाया जाये। भूमि संबंधी प्रकरणों का त्वरित समाधान कराया जाये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाये। प्रभावित जिलों की स्थिति के आकलन के लिए जलशक्ति मंत्री द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जाये। नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाये। इटावा, औरैया सहित सभी प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन टीमों को 24 घंटे सातों दिन एक्टिव मोड में रहें। नौकाएं, राहत सामग्री के प्रबंध कर लिए जाने चाहिए। बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो। प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध करायी जाये। योगी ने कहा कि कोरोना के कारण असमय काल-कवलित हुए कार्मिकों के परिजनों के साथ शासन की पूरी सहानुभूति है। उनके मृतक आश्रित संबंधी देय प्रकरणों को हर हाल में अधिकतमएक हफ्ते के भीतर निस्तारित कर दिया जाये। मृतक आश्रित को नौकरी दी जानी हो या आर्थिक सहायता अनुमन्य हो, एक हफ्ते में इन पर निर्णय ले लिया जाये। अन्यथा की दशा में संबंधित विभाग के शासन स्तर के शीर्ष अधिकारी की जवाबदेही तय की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अपर मुख्य सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक स्तर पर सभी सर्किल और थानों के और राजस्व विभाग द्वारा सभी तहसीलों की कार्यशैली की समीक्षा की जाये। जनता से हितों को प्रभावित करने वाले मामलों, लोगों की शिकायतों के निस्तारण बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा करते हुए एक हफ्ते के अंदर मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाये। योगी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से अब तक 552 में से 282 आक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। 15 अगस्त तक सभी प्लांट की स्थापना की कार्यवाही सम्पन्न कर ली जाये। तकनीशियनों का यथोचित प्रशिक्षण शीघ्र पूरा कराया जाये। जिलाधिकारी निमार्णाधीन प्लांट के कार्यों का सतत निरीक्षण करते रहें।