लखनऊ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद एवं विधानसभाओं में विभिन्न मुद्दों पर होने वाली चर्चा का स्तर और बेहतर करने की जरूरत पर जोर देते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रस्तावित कानूनों का और गहराई से अध्ययन करने से चर्चा के दौरान उनकी दिशा बेहतर होने की सम्भावनाएं बढ़ जाती हैं।
बिड़ला ने सातवीं क्षेत्रीय राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के इंडिया कांफ्रेंस के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि संसद और विधानसभाओं में चर्चा के स्तर को बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सदस्य प्रस्तावित कानून का जितना ज्यादा अध्ययन करेंगे, उस कानून की दिशा उतनी ही बेहतर होगी।
उन्होंने कहा कि जनता ने सांसदों और विधायकों को कानून बनाने की जिम्मेदारी दी है, ऐसे में यह भी जरूरी है कि सदन में प्रस्तावित कानून पर होने वाली चर्चा का स्तर भी उंचा उठाया जाए, ताकि उस विधेयक की सम्भावित खामियों को बारीकी से सामने लाया जाए।
बिड़ला ने कहा कि लोकसभा तथा विधानसभाओं के पुस्तकालयों, उन सदनों में हुई चर्चाओं और विचारविमर्श को एक मंच पर लाया जाएगा ताकि चुने हुए जनप्रतिनिधि उन्हें देख और पढ़ सकें। इसके लिए सम्बन्धित कमेटी जल्द ही निर्णय लेगी।