शेयर बाजारों में छह दिन की तेजी के बाद लगा ब्रेक

मुंबई। शेयर बाजारों में पिछल छह कारोबारी सत्रों से चले आ रहे तेजी के सिलसिले पर बृहस्पतिवार को ब्रेक लगा। कमजोर वैश्विक रुख के बीच निवेशकों की मुनाफावसूली से स्थानीय बाजार उतारचढ़ाव भरा रहा और अंत में प्रमुख शेयर सूचकांक नीचे आ गए। कारोबारियों ने कहा कि बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली तथा रुपए में गिरावट से बाजार धारणा प्रभावित हुई।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में 599 अंक ऊपर-नीचे होने के बाद अंत में 128.84 अंक या 0.38 प्रतिशत के नुकसान से 33,980.70 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 34,310.14 से 33,711.24 अंक घमूता रहा। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 32.45 अंक या 0.32 प्रतिशत के नुकसान से 10,029.10 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स का शेयर सबसे अधिक 4.85 प्रतिशत टूट गया।

बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर भी नीचे आए। वहीं दूसरी ओर टेक महिंद्रा, सनफार्मा, भारती एयरटेल और पावरग्रिड के शेयर 5.34 प्रतिशत तक चढ़ गए। ब्याज भुगतान पर रोक संबंधी मामलें पर सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी से बैंकिंग शेयर दबाव में आ गए। उच्चतम न्यायालय ने ऋण की किस्त के भुगतान की अवधि में ब्याज माफ करने की अपील पर वित्त मंत्रालय का जवाब मांगा है।

रिजर्व बैंक का कहना है कि ब्याज को जबरिया माफ करने से बैंकों की वित्तीय व्यवहार्यता प्रभावित होगी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, दुनियाभर शेयर बाजारों में जारी तेजी बृहस्पतिवार को थम गई। निवेशक यूरोपीय केंद्रीय बैंक से कोरोना वायरस की वजह से आई गिरावट के बीच और प्रोत्साहन का इंतजार कर रहे हैं। जसानी ने कहा कि शेयरों, तेल और मुद्रा में अच्छी बढ़त के लंबे सिलसिले के बाद अब निवेशक कुछ मुनाफा काट रहे हैं।

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.06 प्रतिशत की गिरावट आई। वैश्विक बाजार यूरोपीय केंद्रीय बैंक के नीतिगत फैसले से पहले देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.21 प्रतिशत टूटकर 39.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 10 पैसे के नुकसान से 75.57 (अस्थाई) प्रति डॉलर रहा। इस बीच, दुनियाभर में कोविड-19 के मामलों की संख्या 64.32 लाख हो गई है। इस महामारी से अब तक 3.85 लाख लोगों की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 6,075 पर पहुंच गई है। यहां इसके संक्रमण के मामले 2,16,919 हो गए हैं।

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