चंडीगढ़। पंजाब के पटियाला जिले में रविवार को निहंगों के एक समूह ने पुलिस पर हमला किया और तलवार से एक अधिकारी का हाथ काट दिया। हमले में दो अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि निहंगों के समूह ने पुलिस दल पर हमला तब किया जब उनसे पटियाला जिले में एक सब्जी मंडी में कर्फ्यू पास दिखाने को कहा गया।
पांच हमलावरों सहित सात लोगों को घटना के कुछ घंटे बाद मुठभेड़ के बाद एक गुरद्वारे से गिरफ्तार कर लिया गया जहां वे सनौर नगर में सुबह सवा छह बजे हुई घटना के बाद भागकर छिप गए थे। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से एक व्यक्ति को गोली लगी है। इससे पहले हुई घटना में एक मंडी अधिकारी भी घायल हो गया।
सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में सहायक उपनिरीक्षक हरजीत सिंह मदद मांगते हुए दिखाई देते हैं। एक व्यक्ति कटा हाथ उठाकर अधिकारी को देता है। उन्हें इसके बाद एक दुपहिया वाहन से वहां से ले जाया जाता है। पुलिस ने कहा कि एएसआई को पास के राजिंद्र अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर रेफर कर दिया गया, जहां उनकी सर्जरी की जा रही है। अन्य घायल पुलिसकर्मियों में सदर पटियाला के थाना प्रभारी भी शामिल हैं।
ऐसे में जब कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है, थोक मंडी के बाहर अवरोधक लगाए गए हैं और प्रवेश केवल कर्फ्यू पास धारक व्यक्तियों के लिए है। पुलिस ने बताया कि निहंगों (परंपरागत हथियार रखने वाले और नीली लंबी कमीज पहनने वाले सिख) का एक समूह एक एसयूवी वाहन में पहुंचा और मंडी के अधिकारियों ने उन्हें रुकने के लिए कहा।
पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा, उनसे (कर्फ्यू) पास दिखाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने अपनी गाड़ी बैरिकेड से टकरा दी। इसके बाद समूह के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया और पटियाला शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर बलबेरा गांव में अपने द्वारा प्रबंधित गुरद्वारा खिचरी साहिब भाग गए। पुलिस ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक (पटियाला जोन) जतिंदर सिंह औलख के नेतृत्व में चलाए गए एक अभियान में पुलिस ने गुरद्वारे से एक किलोमीटर दूर लोगों की आवाजाही रोक दी और उसे घेर लिया। कई पुलिसकर्मियों ने आसपास के खेतों में मोर्चा संभाला। इस अभियान में पंजाब पुलिस का विशेष अभियान समूह (एसओजी) शामिल था।
मीडिया को गुरद्वारे के पास जाने से रोक दिया गया। पंजाब पुलिस के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने बाद में पीटीआई को बताया कि सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी ने कहा कि तीन पिस्तौल, पेट्रोल बम, तलवारें, चूरा पोस्त की बोरियां और एलपीजी सिलेंडर गुरद्वारे से बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान जारी है।
उन्होंने कहा, हमने उन्हें आत्मसमर्पण करने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अंदर से निहंगों ने पुलिसकर्मियों को गालियां भी दीं। पुलिस ने कहा कि एक सरपंच सहित स्थानीय लोग भी उनसे बात करने के लिए अंदर गए, लेकिन वे नहीं माने।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि निहंगों ने धमकी दी कि यदि पुलिस ने प्रवेश किया तो वे खाना पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाले गैस सिलेंडरों में आग लगा देंगे। डीजीपी ने कहा कि गोलीबारी भी हुई। इससे पहले पंजाब के विशेष मुख्य सचिव के बी एस सिद्घू ने कहा कि पुलिस ने जब गुरुद्वारे में प्रवेश किया तो आदरपूर्वक कार्य किया।
उन्होंने ट्वीट किया, पुलिस दल ने गुरद्वारे में प्रवेश करने के दौरान पूरी मर्यादा का पालन किया। भीतर महिलाएं और बच्चे भी थे, जिन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। सिद्धू ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सात लोगों में से पांच उस गिरोह का हिस्सा थे, जिसने पुलिस दल पर धारदार हथियारों से अकारण जानलेवा हमला किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें मंडी में तैनात पुलिस दल पर गर्व है कि उसने स्थिति को पेशेवर तरीके से संभाला। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने कानून तोडऩे वाले किसी भी व्यक्ति से सख्त तरीके से निपटने के लिए पुलिस को निर्देश दिए हैं। इससे पहले डीजीपी गुप्ता ने ट्वीट किया कि घायल एएसआई की चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में सर्जरी की जा रही है।
गुप्ता ने ट्वीट किया, आज सुबह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, निहंगों के एक समूह ने पटियाला की सब्जी मंडी में कुछ पुलिस अधिकारियों और मंडी बोर्ड के एक अधिकारी को घायल कर दिया। एएसआई हरजीत सिंह पीजीआई चंडीगढ़ पहुंच गए हैं जिनका हाथ कट गया है। उन्होंने कहा, मैंने पीजीआई निदेशक से बात की है जिन्होंने सर्जरी के लिए पीजीआई के शीर्ष प्लास्टिक सर्जन को लगाया है। सर्जरी अभी ही शुरू हुई है।
निहंगों के समूह को गिरफ्तार किया जाएगा और आगे की कार्वाई जल्द की जाएगी। एक अन्य ट्वीट में, गुप्ता ने कहा, पूर्ण समर्थन के लिए पीजीआई का आभारी हूं। निदेशक पीजीआई ने मुझे बताया है कि सर्जरी दो वरिष्ठ सर्जनों द्वारा शुरू की जा चुकी है जो अपना पूरा प्रयास करेंगे। हम सभी वाहे गुरु से उनके पूर्ण स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।