मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 1,011 अंक से अधिक का गोता लगा गया। शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट के साथ निवेशकों को 3,30,408.87 करोड़ रुपये का चूना लगा। कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली के बीच घरेलू बाजारों में गिरावट आयी।
बैंक, आईटी तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गयी। कोरोना वायरस संकट का दबाव झेल रहे बाजार पर अब कच्चे तेल के दाम एतिहासिक रूप से नीचे जाने का असर हुआ है। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 30,378.26 अंक तकनीचे चला गया। पर अंत में यह पिछले दिन के बंद के मुकाबले।,011.29 अंक यानी 3.20 प्रतिशत नीचे रहकर 30,636.71 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 280.40 अंक यानी 3.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,981.45 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसमें 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी। उसके बाद बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, ओएनजीसी और मारुति का स्थान रहा।
वहीं, दूसरी तरफ भारती एयरटेल, हीरो मोटो कार्प और नेस्ले इंडिया लाभ में रहे। कारोबारियों के अनुसार कच्चे तेल के दाम के रसातल में चले जाने के साथ वैश्विक बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजारों पर भी पड़ा। अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव मई डिलिवरी के लिये कुछ सुधरकर 1.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।
तेल रखने की जगह कम होने के कारण मई डिलिवरी के लिये डब्ल्यूटीआई का भाव मंगलवार को वायदा अनुबंध बंद होने से पहले एक समय शून्य से नीचे 37.63 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़क गया था। ब्रेंट क्रड का जून डिलिवरी भाव 20.30 प्रतिशत टूटकर 20.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।