श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मी और सीआरपीएफ के दो जवानों के शहीद होने के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों का पीछा किया और मुठभेड़ में उनमें से दो को मार गिराया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के करीरी इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। इन आतंकवादियों के लश्कर ए तैयबा से संबंध होने का संदेह है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों की नाका पार्टी पर हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक विशेष पुलिस अधिकारी के शहीद होने के कुछ घंटे बाद यह मुठभेड़ शुरू हुई।
अधिकारी ने बताया कि हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान हमलावरों से आमना-सामना हो गया और उनमें से दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक अभियान जारी था।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों पर तीन आतंकवादियों ने हमला किया जिनके लश्कर ए तैयबा से संबंध होने का संदेह है। कुमार ने हमले वाली जगह संवाददाताओं से कहा, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीन आतंकवादी थे जो पास के घने बगीचे से आए और उन्होंने नाके पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें हमारे तीन जवान-सीआरपीएफ से दो और जम्मू कश्मीर पुलिस से एक-शहीद हो गए। ऐसा प्रतीत होता है कि हमले को लश्कर ए तैयबा ने अंजाम दिया। हम जल्द ही उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
उन्होंने कहा, हमने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और तलाश अभियान जारी है। हमें उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही मार गिराएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवादियों ने अपनी रणनीति बदल ली है और अब वे सुरक्षाबलों पर हमले कर घटनास्थल से भाग जाते हैं, पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि यह चिंता का विषय है, लेकिन सुरक्षाबल जल्द ही समस्या का समाधान निकाल लेंगे।
उन्होंने कहा, यह चिंता का विषय है। नाकों पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या कम होती है, खासकर दूरदराज के क्षेत्रों में जहां आतंकवादी आम लोगों के साथ आकर खुद को छिपा लेते हैं और फिर सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी करते हैं। कई बार हमें नुकसान हुआ है और वे भागने में सफल रहे हैं, लेकिन हम जल्द ही इस तरीके का इलाज ढूंढ़ लेंगे और इस समस्या को खत्म कर देंगे।