साहिबजादों ने धर्म और मानवता के लिए जान न्योछावर की : प्रो पवन सिन्हा

श्री खाटू श्याम मन्दिर में हुआ आयोजन
लखनऊ। साहिबजादे साहस और देश के प्रित बलिदान का प्रतीक है इससे धर्म के प्रति निष्ठा की सीख मिलती है गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी लेकिन अपने धर्म से हटे नहीं इस दिन से राष्ट्रीय एकता और भाईचारे का भी संदेश मिलता है, युवाओं के प्रेरक वीर बाल शहीद विषय संगोष्ठी ने प्रो पवन सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा।
बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री खाटू श्याम मन्दिर में स्वामी विवेकानन्द यूथ वेलफेयर सोसाइटी एवं उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी आयोजित किया गया कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि उत्तर विधायक डॉ नीरज बोरा, निदेशक राज बहादुर, सोसाइटी अध्यक्ष अनुराग साहू, कार्यक्रम समन्वयक अरविन्द नारायण मिश्रा, मुख्य वक्ता आध्यात्मिक गुरु प्रोफेसर पवन सिन्हा, वरिष्ठ पंजाबी विद्वान स० दविंदर पाल सिंह बग्गा, स० नरेंद्र सिंह मोंगा, पंजाबी विदुषी मेजर डॉ०क मनमीत कौर सोढी, रनदीप कौर ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम समन्वयक अरविन्द नारायण मिश्रा ने विद्वानों का प्रतीक चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया ।
आध्यात्मिक गुरु प्रो पवन सिन्हा ने कहा चार साहबजादों पर भी विस्तृत रूप से चर्चा कहा कि आज के युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा ले उनके जीवन से सीख कर निर्भीक, निर्भय होना चाहिए। वीर बाल साहस और देश के प्रित बलिदान का प्रतीक है इससे धर्म के प्रति निष्ठा की सीख मिलती है गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी लेकिन अपने धर्म से हटे नहीं जो युवा देश के प्रति निष्ठा रखता है वो कभी भी भ्रष्टाचार कर नहीं सकते युवाओं को भ्रष्टाचार से बचें आज 26 प्रतिशत से ज्यादा युवा नशे की गर्त में डूबता चला जा रहा हैं इसे भौतिकता से बचे, शराब से बचें, ड्रग से बचें, जिससे हम बलिष्ठ हो, मजबूत हो, जो हमारे जो लक्ष्य हैं जीवन के उनके प्राप्ति कर सकें । बच्चे कुएं की तरह होता है छोटे से शब्द का उच्चारण जब हम करते हैं तो उसकी गूंज पूरे कुएं में गूंजती है स्वयं को सुधारे घर को पवित्र करें पूजा पाठ करें परंतु ऐसी पूजा ना करें जिसमें आडंबर हो, पाखंड हो । पूजा करे जिसमें भगवान के बारे में बताया जाए मजबूती क्या होती है निर्भीकता क्या होती है मृत्यु का भी भय नहीं होना चाहिए, जो भी लक्ष्य हो उसको प्राप्त करो। विधायक डॉ नीरज बोरा ने कहा कि साल 2022 से भारत सरकार ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की इस दिन को गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों के बलिदान को याद करते हुए मनाया जाता है अलग-अलग शैक्षिक और धार्मिक संस्थानों में इस दिन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वरिष्ठ पंजाबी विद्वान नरेंद्र सिंह मोंगा, दविंदर पाल सिंह बग्गा, पंजाबी विदुषी मेजर डॉ. मनमीत कौर सोढी, युवा पंजाबी विदुषी रनदीप कौर ने विषय संगोष्ठी पर साहिबजादों पर विस्तृत चर्चा की। उपरोक्त कार्यक्रम में प्रियंक गुप्ता, माया आनंद, राजू साहू, सतीश वर्मा, मानू गुप्ता, अभिनव गुप्ता, शिवम सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, संजय जायसवाल, एवं पावन चिंतन धारा आश्रम लखनऊ इकाई के सदस्यगण उपस्थित रहें।

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