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कोरोना संक्रमण के संबंध में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट किए जाये
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मॉनिटरिंग के लिये सीनियर डाॅक्टर लगातार राउंड पर रहें
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शामली व बरेली में डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय 16 अगस्त तक चालू हों
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मरीज़ों लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तुरंत एम्बुलेंस मिलें
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सभी मेडिकल काॅलेज में आईसीयू में बेडों की संख्या दोगुनी की जाये
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जिला अस्पतालों में आईसीयू में बेडों बढ़ाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू हो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि बचाव के लिए पहले से रणनीति बनाकर कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के बारे में लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, झांसी, वाराणसी में विशेष सतर्कता बरती जाये।
कोरोना संक्रमण के संबंध में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट किए जायें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में एल-2 तथा एल-3 के कोविड बेड़ों की संख्या बढ़ाई जाये।
मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों की स्थिति की माॅनिटरिंग के लिए सीनियर डाॅक्टर लगातार राउण्ड पर रहें।
इसके अलावा काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में एल-3 स्तर का अस्पताल जल्द बनाया जाये। शामली और बरेली जिलों में डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय 16 अगस्त तक चालू हो जायें।
योगी ने कहा कि कोरोना से प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए फौरन एम्बुलेंस उपलब्ध हो, इसके लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स को प्रभावी बनाया जाये।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल सेंटर्स के प्रभावी होने पर मरीज को समय पर इलाज मिल सकेगा। अस्पतालों की व्यवस्थाओं और सुविधाओं को त्वरित और बेहतर बनाया जाये।
बैठक में मुख्यमंत्री को बताय गया कि अब तक प्रदेश में 31 लाख 18 हजार 567 कोरोना संक्रमण के टेस्ट किए जा चुके हैं।
उन्हें यह भी बताया कराया गया कि शनिवार और रविवार के स्वच्छता व सेनिटाइजेशन के कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न कराये जा रहे हैं।
योगी ने चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेज में आईसीयू के बेडों की संख्या दोगुनी कर ली जाये।
इसी तरह स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि वे अपने सभी जिला अस्पतालों में आईसीयू के बेडों बढ़ाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ व जलमग्न क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को समय से राहत पहुंचायी जाये। साथ ही, इन स्थानों पर नाव व सुरक्षा आदि की दृष्टि से पुख्ता इंतेज़ाम किए जायें।
उन्होंने पीलीभीत और आजमगढ़ जिलों की गौशालाओं में सभी ज़रूरी इंतेज़ाम सुनिश्चित किए जायें और हरे चारे की व्यवस्था की जाये।