लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को पेश उत्तर प्रदेश सरकार के बजट को पुरानी बोतल में नया पानी करार दिया और कहा कि इस बजट में प्रदेश के किसानों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं और आम आदमी के लिए कुछ भी नहीं है।
बजट के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता समाजवादी पार्टी के राम गोविंद चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह बजट गरीब विरोधी, किसान विरोधी, मजदूर विरोधी, पिछड़ा वर्ग विरोधी, अल्पसंख्यक विरोधी, दलित विरोधी, महिला विरोधी, नौजवान विरोधी है।
उन्होंने कहा, राज्य की वास्तविक स्थिति यह है कि प्यार, दया के हंसते हुए माहौल को खराब कर दिया गया है। 5,12,60.72 का इनका बजट है, पुरानी बोतल में नए पानी को रखा गया है। पिछले बजट का पैसा क्या हुआ यह इन्होंने कुछ बताया नहीं और इस बजट में केवल अनुमान है। इस बजट से समाज के किसी वर्ग को कोई फायदा नहीं होगा। किसी भी तबके का कोई हित नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बजट दिशाहीन है और जनता के खिलाफ है।
उत्तर प्रदेश के किसानों और युवाओं के साथ धोखा: कांग्रेस
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा मंगलवार को विधानसभा में पेश आम बजट को आंकड़ों की बाजीगरी बताते हुए इसे प्रदेश के किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के जले पर नमक छिड़कने जैसा करार दिया है।
लल्लू ने बजट पर प्रतिक्रिया में कहा कि 450 रूपए प्रति क्विंटल गन्ने का मूल्य देने की घोषणा करके सत्ता में आने वाली भाजपा तीन वर्षों में मात्र गन्ने के मूल्य में 10 रूपए की ही वृद्धि कर पाई है। उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगारों की तादात पिछले दो वर्षों में 12.5 लाख बढ़ गई, लेकिन उनके लिए नए रोजगार देने के बजाए आज के बजट में सेवानिवृत्त शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में नौकरी देने की घोषणा बेरोजगार युवाओं के साथ विश्वासघात है। वहीं कौशल विकास योजना भी छलावा साबित हुई।
उप्र सरकार का बजट जनता की आकांक्षाओं के साथ छलावा : मायावती
बसपा की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के बजट को जनता की अपेक्षाओं के साथ छलावा बताते हुए कहा है कि बजट में सरकार ने जो बड़े बड़े वादे और दावे किए हैं वे पूरी तरह से खोखले हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश किया। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा, उप्र सरकार का आज विधानसभा में पेश बजट जनता की आशाओं व आकांक्षाओं के साथ छलावा है। इस बजट से प्रदेश का विकास और यहां की 22 करोड़ जनता का हित एवं कल्याण संभव नहीं है।
उन्होंने कहा, यही बुरा हाल इनके (योगी सरकार) पिछले बजटों का भी रहा है, जो जनहित एवं जनकल्याण के मामले में भाजपा की कमजोर इच्छाशक्ति का परिणाम है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मंगलवार को 5,12,860.72 करोड़ रुपए का बजट पेश करते हुए इसमें 10,967.80 करोड़ रुपए की नई योजनाओं का प्रावधान किया है।
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, उप्र सरकार के आज के बजट में जो भी बड़े-बड़े दावे और वादे किए गए हैं, वे पिछले अनुभवों के आधार पर काफी खोखले व कागजी ही ज्यादा लगते हैं। केन्द्र की तरह उप्र की भाजपा सरकार ऐसे दावे एवं वादे क्यों करती है जो लोगों को आम तौर पर जमीनी हकीकत से दूर तथा विश्वास से परे लगते हैं?