लखनऊ/कानपुर। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब पुलिस ने ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसके पोस्टर भी लगाने को कहा गया है। मामले में अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके है। सोमवार को तीन और पुलिस कर्मी निलंबित किए गए। शनिवार को चौबेपुर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया था।
पहले दुबे पर पचास हजार रुपये का इनाम था जिसे बाद में बढ़ाकर एक लाख रुपए किया गया और आज इसे बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दिया गया। दुबे को ढूंढने के लिए 40 थानों की पुलिस की 25 टीमों ने दिन-रात एक कर दिया है। इसके अलावा उप्र एसटीएफ भी अपना काम कर रही है। कानपुर में चौबेपुर के बिकरू में हुई घटना के चार दिन बाद भी पुलिस को दुबे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने सोमवार को भाषा को बताया कि विकास दुबे पर अब ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित कर दिया गया है। इस बाबत एक प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक को भेजा गया था जहां से इनाम राशि बढ़ाने की मंजूरी मिल गई। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति दुबे के बारे में सही जानकारी देगा, उसे इनाम दिया जाएगा तथा उसकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। इसके अलावा पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर दुबे के पोस्टर लगाए जाने को कहा गया है।
अग्रवाल ने बताया कि दुबे को ढूंढऩे के लिए 40 पुलिस थानों की 25 टीम लगाई गई हैं जो दिन-रात पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही हैं। इसके अलावा कुछ टीम दूसरे प्रदेशों में भी भेजी गई हैं। जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की सर्विलांस टीमें दुबे के करीबियों के मोबाइल का लगातार सर्विलांस कर रही हैं और उससे कोई भी नाता रखने वाला हर व्यक्ति पुलिस के राडार पर है।
इस बीच, राज्य के पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने इस बारे में कहा, हमें जहां भी अपने सूत्रों से या जनता से कोई भी सुराग मिल रहा है, पुलिस टीमें वहां लगातार दबिश दे रही हैं। अभी तक इस मामले में चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। तीन पुलिसकर्मी सोमवार को निलंबित किए गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी. ने बताया कि निलंबित होने वालों में उपनिरीक्षक कुंवरपाल, उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव हैं। ये सभी चौबेपुर थाने में तैनात थे।
तीनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और अगर जांच के दौरान उनकी भूमिका या साजिश सामने आई तो उनके खिलाफ आगे कार्वाई की जाएगी। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि तीनों पुलिसकर्मी चौबेपुर के थाना प्रभारी विनय तिवारी के साथ विकास दुबे के घर बुधवार को गए थे। स्थानीय कारोबारी राहुल तिवारी की शिकायत पर पुलिस वहां दबिश देने गई थी। राहुल को विकास दुबे ने पुलिस की मौजूदगी में पीटा था।
उन्होंने कहा कि इस दौरान जब विनय तिवारी ने बीच-बचाव की कोशिश की तो दुबे ने कथित रूप से विनय तिवारी का मोबाइल छीनकर उसके साथ भी बदसलूकी की थी। उसके बाद दोनों के बीच कहासुनी और धक्कामुक्की भी हुई तथा फिर पुलिस घर से चली गई। मुठभेड़ की वारदात के बाद विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार देर रात कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकडऩे पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। इस दौरान पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल हुआ था।