नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वयं को अराजकतावादी बताया था और एक अराजकतावादी और आतंकवादी में बहुत ज्यादा का फर्क नहीं होता है। केजरीवाल को कथित तौर पर आतंकवादी कहने को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बाद जावड़ेकर ने यह बयान दिया है।
जावड़ेकर ने पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान केजरीवाल के मोगा में खालिस्तान कमांडो फोर्स कमांडर गुरिन्दर सिंह के आवास पर रात भर रूकने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, आप जानते थे कि वह एक आतंकवादी का आवास है। फिर भी आप वहां रुके। आपको और कितने साक्ष्य चाहिए? भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, केजरीवाल अब एकदम मासूम चेहरा करके सवाल कर रहे हैं कि क्या मैं आतंकवादी हूं? आप आतंकवादी हैं और यह साबित करने के लिए बहुत सबूत हैं। आपने खुद ही कहा था कि आप अराजकतावादी हैं। अराजकतावादी और आतंकवादी में ज्यादा फर्क नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) शाहीनबाग का समर्थन कर रही है, जहां असम को आजादी, जिन्ना वाली आजादी के नारे लग रहे हैं। ऐसे नारों का समर्थन करना भी आतंकवाद है। इस संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के साथ खड़े रहे जहां भारत विरोधी नारे लगे और (नारे लगाने वालों के खिलाफ) अभियोजन की मंजूरी भी नहीं दी।
जावड़ेकर ने कहा, 26 जनवरी को आपने धमकी दी कि आप उनके खिलाफ अभियोजन रोक देंगे। आपको और कितने सबूत चाहिए? दिल्ली के लोगों को अब पता है कि आप झूठों के सरदार हैं, आप अराजकतावादी हैं और आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखते हैं। उन्होंने कहा, आप शाहीनबाग, जेएनयू, वहां हो रही नारेबाजी और ऐसे सभी अराजकतावादियों का समर्थन कर रहे हैं…तब आप निश्चित रूप से एक आतंकवादी हैं। यही आपकी पहचान है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप कितना भी मासूस चेहरा बना लें।
गुरुवार को चुनाव आयोग ने पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद वर्मा को केजरीवाल को कथित तौर पर एक आतंकवादी कहने के लिए एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इससे पहले हाल में एक चुनावी सभा में विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए उन पर 96 घंटे (चार दिन) के लिए प्रचार करने पर रोक लगा दी गई थी। केजरीवाल ने बाद में कहा था कि यह दिल्ली के लोगों को निर्णय करना है कि वे उन्हें अपना बेटा, भाई मानते हैं या एक आतंकवादी।