कोविड-19 रोधी टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से कोई छूटे नहीं: मोदी

नयी दिल्ली। पर्व और त्योहारों के मौसम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों से कोविड-19 से बचाव के सभी उपायों का पालन करने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने को कहा कि टीकाकरण अभियान में कोई भी पीछे न छूटे। आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात की ताजा कड़ी में प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल लेनदेन से देश की अर्थव्यवस्था में स्वच्छता और पारदर्शिता आ रही है तथा इसके कारण भ्रष्टाचार जैसी रुकावटों में बहुत कमी आई है। प्रधानमंत्री ने नदियों को प्रदूषण से मुक्त करने, स्वच्छता अभियान को निरंतर जारी रखने और खादी तथा स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आने वाला समय त्योहारों का है और पूरा देश असत्य पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की विजय का पर्व भी मनाने वाला है लेकिन इस उत्सव में देशवासियों को एक और लड़ाई के बारे में याद रखना है तथा वह है कोरोना से लड़ाई। उन्होंने कहा, टीम इंडिया इस लड़ाई में रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। टीकाकरण में देश ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है और इस लड़ाई में हर भारतवासी की अहम भूमिका है।

 

मोदी ने कहा, हमें अपनी बारी आने पर टीका तो लगवाना ही है, पर इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोई इस सुरक्षा चक्र से छूट न जाए। उन्होंने लोगों से कहा कि आस-पास के जिन लोगों ने टीके नहीं लगवाए हैं, उन्हें भी टीकाकरण केंद्र तक ले जाकर टीका लगवाना सुनिश्चित करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीका लगने के बाद भी जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि इस लड़ाई में एक बार फिर टीम इंडिया अपना परचम लहराएगी।
उन्होंने कहा कि जिस तरह घर-घर शौचालय निर्माण की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ने गरीबों की गरिमा बढ़ाई, वैसे ही आर्थिक स्वच्छता गरीबों के अधिकार सुनिश्चित करती है, उनका जीवन आसान बनाती है।मोदी ने कहा कि जन-धन खातों के अभियान की वजह से आज गरीबों के हक का पैसा सीधा उनके खाते में जा रहा है, जिसके कारण भ्रष्टाचार जैसी रुकावटों में बहुत अधिक कमी आई है। डिजिटल लेनदेन के बढ़ते प्रचलन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक स्वच्छता में प्रौद्योगिकी बहुत मदद कर सकती है। उन्होंने कहा, पिछले अगस्त महीने में यूपीआई से 355 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। आज औसतन छह लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का डिजिटल भुगतान यूपीआई से हो रहा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था में स्वच्छता और पारदर्शिता आ रही है।
स्वच्छ भारत अभियान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार महात्मा गांधी ने स्वच्छता को स्वाधीनता के सपने के साथ जोड़ दिया था, उसी प्रकार इतने दशकों बाद स्वच्छता आंदोलन ने एक बार फिर देश को नए भारत के सपने के साथ जोड़ने का काम किया है।

 

उन्होंने कहा कि स्वच्छता का अभियान साल-दो साल या एक सरकार-दूसरी सरकार का विषय नहीं है, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी स्वच्छता के संबंध में सजगता से लगातार बिना थके-बिना रुके बड़ी श्रद्धा के साथ जुड़े रहना है और स्वच्छता के अभियान को चलाए रखना है। मोदी ने कहा, स्वच्छता महात्मा गांधी को इस देश की बहुत बड़ी श्रद्धांजलि है और यह श्रद्धांजलि हमें हर बार देते रहना है, लगातार देते रहना है। प्रधानमंत्री ने विश्व नदी दिवस का उल्लेख करते हुए कहा कि नदियां सिर्फ भौतिक वस्तु नहीं हैं, बल्कि वे एक जीवंत इकाई हैं और इसलिए भारतवासी नदियों को मां कहते हैं। उन्होंने कहा कि नदियों की सफाई और प्रदूषण से मुक्ति सभी के प्रयासों व सहयोग से ही संभव है। उन्होंने नदी के पास रहने वाले लोगों से आग्रह किया कि वह साल में एक बार नदी उत्सव जरूर मनाएं। मोदी ने कहा कि आज खादी और हैंडलूम का उत्पादन कई गुना बढ़ा है तथा उसकी मांग भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इसका नमूना पिछले वर्ष देखने को मिला था, जब दिल्ली के खादी शोरूम में एक दिन में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ था। उन्होंने खादी का सामान खरीदने की अपील करते हुए कहा, दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती पर हम सब फिर से एक बार एक नया रिकार्ड बनाएं। प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों सियाचिन ग्लेसियर में आठ दिव्यांग जनों की टीम के 15 हजार फुट से भी ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर पहुंचने के विश्व रिकार्ड का उल्लेख किया और इसमें हिस्सा लेने वालों को बधाई दी। उन्होंने कहा, शरीर की चुनौतियों के बावजूद भी हमारे इन दिव्यांगों ने जो कारनामा कर दिखाया है, वो पूरे देश के लिए प्रेरणा है।


 

अमेरिका में 65 घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 20 बैठकें कीं

 

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा में लगातार कई बैठकें कीं। सरकारी सूत्रों ने रविवार को बताया कि मोदी करीब 65 घंटे अमेरिका में रहे और इस दौरान वह 20 बैठकों में शामिल हुए।  सूत्रों ने बताया कि अमेरिका जाते वक्त और वहां से लौटते वक्त भी प्रधानमंत्री ने विमान में अधिकारियों के साथ चार लंबी बैठकें कीं। इनकी जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि बुधवार को अमेरिका जाते वक्त मोदी ने विमान में दो बैठकें की और वहां पहुंचने के बाद होटल में तीन बैठकें कीं। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को प्रधानमंत्री ने विभिन्न सीईओ के साथ पांच बैठकें कीं और फिर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। उन्होंने अपने जापानी समकक्ष योशिहिदे सुगा और आॅस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। प्रधानमंत्री ने तीन आंतरिक बैठकों की भी अध्यक्षता की। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अगले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक की और फिर क्वाड के शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। 24 सितंबर को उन्होंने चार आंतरिक बैठकें भी कीं। उन्होंने बताया कि 25 सितंबर को अमेरिका से भारत के लिए रवाना होने पर, प्रधानमंत्री ने विमान में दो बैठकें कीं।

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