नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 के कारण दुनिया के कई देशों में शैक्षणिक सत्र को एक वर्ष पीछे कर दिया गया लेकिन भारत ने आनलाइन शिक्षा को अपनाकर छात्रों का साल खराब नहीं होने दिया। निशंक ने बिहार के बेतिया और छत्तीसगढ़ के कोरबा में केंद्रीय विद्यालय के नए भवन का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय देश में उत्कृष्ठता की पहचान बन गए हैं और पिछले छह वर्षाे में देश में 150 नए केंद्रीय विद्यालय खुले हैं तथा उनके निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है। उन्होंने कहा, कोविड-19 के कारण दुनिया के कई देशों में शैक्षणिक सत्र को एक वर्ष पीछे कर दिया गया लेकिन हमारे देश में छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों ने आनलाइन शिक्षा को अपनाकर सत्र को पीछे नहीं होने दिया। इससे छात्रों का साल खराब नहीं हुआ।
केंद्रीय विद्यालय संगठन के बयान के अनुसार, बिहार के बेतिया में जिस केंद्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया, वह वर्ष 2003 में स्थापित हुआ था और अस्थाई तौर पर बेतिया की चमड़ा प्रसंस्करण इकाई में संचालित हो रहा था। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई। अभी इस विद्यालय में कक्षा 1 से 10 तक पढ़ाई हो रही है और इसमें 489 विद्यार्थी हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ के कोरबा में स्थित केंद्रीय विद्यालय वर्ष 2011-12 में प्रारंभ हुआ था। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई थी और केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा 15.86 करोड़ रूपए की लागत से भवन का निर्माण कराया गया है।