मासिक दुर्गा अष्टमी आज, मां दुर्गा की होगी पूजा

मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं
लखनऊ। हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस शुभ अवसर पर मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।
वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरूआत 05 फरवरी को भारतीय समयानुसार देर रात 02 बजकर 30 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 06 फरवरी को देर रात 12 बजकर 35 मिनट पर होगी। जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा निशा काल में होती है। अत: 05 फरवरी को माघ महीने की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।
धार्मिक मत है कि जगत की देवी मां दुर्गा के चरण और शरण में रहने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष भी धन समेत सभी प्रकार की परेशानी से निजात पाने के लिए मां दुर्गा की पूजा करने की सलाह देते हैं। हर माह अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है।

मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर शुक्ल और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही भद्रावास योग का भी संयोग है। इस दिन भद्रा दोपहर तक स्वर्ग में रहेंगी। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। साधक सुविधा अनुसार समय पर मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।

मासिक दुर्गाष्टमी की क्या है पूजा विधि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी वाले दिन प्रात: काल उठकर स्नान करें। पूजा शुरू करने से पहले घर और मंदिर की अच्छे से सफाई करें। सफाई करने के बाद मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें। साथ ही मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाएं। घी का दीपक जलाने के बाद माता दुर्गा को पंचामृत से अभिषेक करें। स्नान करने बाद माता को कुमकुम का तिलक लगाएं और गुड़हल का फूल जरूर अर्पित करें। फूल अर्पित करने के बाद माता दुर्गा को मिठाई और फल का भोग अर्पित करें। उसके बाद दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। पाठ करने के बाद हवन करें, उसके बाद आरती करें।

RELATED ARTICLES

चार शुभ योग में रथ सप्तमी आज, होगी सूर्यदेव की आराधना

रथ सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा करना शुभ माना गयालखनऊ। सनातन धर्म में रथ सप्तमी का दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित...

महाशिवरात्रि 26 को, श्रवण नक्षत्र व परिध योग का हो रहा निर्माण

भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था लखनऊ। वैसे तो रोजाना घरों में देवों के देव महादेव की पूजा की जाती हैं, लेकिन...

माघ माह की गुप्त नवरात्रि आज से, मां दुर्गा की होगी विशेष पूजा

लखनऊ। माघ के माहीने की शुरूआत जल्द होने वाली है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ माह को 11वां महीना माना जाता है। इस माह...

Latest Articles