नई दिल्ली। बजट सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि संसद के दोनों सदनों को मुख्य रूप से आर्थिक मुद्दों पर सार्थक चर्चा करने के साथ ही इन बातों पर केंद्रित होना चाहिए कि वैश्विक आर्थिक स्थितियों का भारत किस प्रकार फायदा उठा सकता है।
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा-
वह चाहते हैं कि दोनों सदनों में आर्थिक मुद्दों पर व्यापक और अधिक अच्छी चर्चा हो।
हम सबका प्रयास होना चाहिए कि यह सत्र इस दशक के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव डालने वाला बने।
प्रयास होना चाहिए कि आर्थिक गतिविधि को और मजबूत बनाते हुए वैश्विक परिवेश का अधिकतम लाभ भारत को मिले और हमारी सरकार की पहचान पीड़ितों, शोषितों, वंचितों, महिलाओं को सशक्त बनाने की हो।
इस दशक में हमारा जोर इसी दिशा में रहेगा। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि दोनों सदन में आर्थिक विषयों पर, लोगों को सशक्त बनाने पर व्यापक चर्चा हो, अधिक अच्छी चर्चा हो, दिनों-दिन हमारी चर्चा का स्तर अधिक समृद्घ होता चले।
2020 का यह संसद का प्रथम सत्र है, इस दशक का भी यह प्रथम सत्र है और ऐसे में हम सबका प्रयास रहना चाहिए कि यह सत्र इस दशक के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव डालने वाला बने।
यह सत्र अधिकतम आर्थिक विषयों पर चर्चा केंद्रित रहे और इस बात पर विचार हो कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के संदर्भ में भारत किस प्रकार फायदा उठा सकता है।