- स्कूल या अस्पताल के जर्जर भवनों का होगा ध्वस्तीकरण
- इनके लिए की जाये वैकल्पिक व्यवस्था
- धान खरीद का काम लगातार चले, किसानों को न हो कोई परेशानी
लखनऊ। मुरादनगर की घटना जिसमे शवदाह गृह की छत गिरने से 24 लोगों की मौत हो गयी थी, उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े तेवर अपनाये हैं। मंगलवार को योगी ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को जिलों में सरकारी भवनों की स्थिति का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान अगर विद्यालय या अस्पताल आदि का संचालन जर्जर भवन में मिले, तो तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इनका संचालन किसी और जगह करते हुए जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में एक बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी तथा निजी क्षेत्र में चल रहे सभी बेसिक एवं माध्यमिक स्तर के विद्यालयों और डिग्री काॅलेजों आदि के भवनों का गहन निरीक्षण किया जाये। इसी प्रकार सभी सार्वजनिक भवनों का भी निरीक्षण किया जाये। उन्होंने कहा कि सरकारी काॅलोनियों के भवनों का निरीक्षण कर यह देखा जाये कि यह दुरुस्त अवस्था में हैं या नहीं।
योगी ने धान खरीद कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार धान खरीद केंद्रों पर अतिरिक्त काटों का प्रबंध किया जाये, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने में सुविधा हो। धान खरीद कार्य लगातार संचालित किया जाये। उन्होंने निर्देशित किया कि धान खरीद के तहत लक्ष्य की पूर्ति हो जाने के बाद भी धान खरीद का कार्य लगातार जारी रखा जाये। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त को इस संबंध में स्पष्ट सर्कुलर जारी करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुधवार से प्रदेश में किसान कल्याण मिशन का शुभारम्भ किया जा रहा है। किसान कल्याण मिशन के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा किसानों को लाभान्वित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन अन्तर्विभागीय समन्वय से सम्पन्न किया जाये।