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ममता बनर्जी अपने भतीजे के कल्याण के लिए काम कर रही हैं : शाह

डुमुरजुला (पश्चिम बंगाल)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जनता की भलाई करने के बजाय अपने भतीजे का कल्याण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव आने तक उनके पाले में कोई नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार का एजेंडा भतीजे को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाना है।

तृणमलू कांग्रेस में दल-बदल के सिलसिले की ओर इशारा करते हुए शाह ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव आने तक वह अकेली रह जाएंगी। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्ईय विधानसभा के लिए इस साल अप्रैल-मई में चुनाव होने वाले हैं। टीएमसी के संस्थापक सदस्यों में से एक बानी सिंह राय समेत पार्टी के कई नेता रैली के दौरान भाजपा में शामिल हुए। इस रैली में हाल ही में टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए राजीव बनर्जी तथा अन्य नेताओं ने भी शिरकत की।

शाह ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हावड़ा जिले में रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मां, माटी और मानुष का टीएमसी का नारा तानाशाही, तलोबाजी (जबरन वसूली) और तुष्टिकरण में सिमटकर रह गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने दिल्ली में चल रहे किसानों के प्रदर्शन और इजरायल दूतावास के निकट विस्फोट के चलते अंतिम समय में पश्चिम बंगाल की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। हालांकि उन्होंने पहले से तय रैली को वीडियो कांफ्रेस के जरिए संबोधित किया।

शाह ने टीएमसी में वंशवाद की राजनीति पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि बनर्जी जनता की भलाई के बजाय भतीजे के कल्याण के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, जिन राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी जी और एनडीए के नेतृत्व में सरकार बनी है, वे लोगों को घर घर सेवाएं प्रदान कर जन कल्याण का काम कर रही हैं, लेकिन यहां बंगाल में ममता बनर्जी सरकार का एजेंडा भतीजे को अगला मुख्यमंत्री बनना है।

शाह ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ममता दीदी की सरकार बंगाल में भतीजा कल्याण में व्यस्त है। जनता का कल्याण टीएमसी के एजेंडे में नहीं है। शाह ने नेताओं को भाजपा में शामिल करते हुए दावा किया कि बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में हालात वाम दलों के शासनकाल से भी बदतर हो गए हैं। उन्होंने कहा, टीएमसी ने वाम दलों से लड़कर सरकार बनाई। 10 साल पहले ममता दीदी ने मां, माटी और मानुष के नारे के साथ राज्य का कायाकल्प करने का दावा किया था। इन दस सालों में ऐसा क्या हुआ कि टीएमसी के अनेक लोग पार्टी छोड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ममता बनर्जी को सोचना चाहिए कि टीएमसी के कई नेता भाजपा में शामिल क्यों हो रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि उन्होंने राज्य की जनता का भरोसा खो दिया है। शाह ने कहा, जिस तरह चुनाव आने से पहले नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, उससे तो लगता है कि ममता बनर्जी अकेली रह जाएंगी।

उन्होंने भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को लेकर भी बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। शाह ने कहा, ममता दीदी की सरकार ने बंगाल की भूमि का खून चूस लिया है। टीएमसी राज्य में घुसपैठ को नहीं रोक सकती क्योंकि उसने ही इसकी अनुमति दी है। केवल नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार ही इसे रोक सकती है।

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