प्रोफेसर कमला ने नयी पीढ़ी को सौंपी लोकगीतों की थाती
लखनऊ। अवध कोकिला संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव की प्रथम पुण्यतिथि पर सजी लोक चौपाल में नगर के साहित्यकारों, कलाकारों, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा सिंचाई विभाग के आफिसर्स क्लब में हुई चौपाल में वरिष्ठ लोकगायिका पद्मा गिडवानी, कुमाऊं कोकिला विमल पन्त, लोक साहित्य मर्मज्ञ डा. रामबहादुर मिश्र, विनीत सिन्हा, उमा त्रिगुणायत, डा. करुणा पांडे ने कमला श्रीवास्तव से संबंधित संस्मरण सुनाये। चौपाल प्रभारी अर्चना गुप्ता और संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी के संचालन में कलाकारों ने कमला श्रीवास्तव के लिखे गीतों की सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी।
डा. रामबहादुर मिश्र ने कहा कि प्रोफेसर कमला ने नयी पीढ़ी को लोकगीतों की थाती सौंपने का महनीय कार्य किया। शास्त्रीय संगीत की साधिका होने के बाद भी उन्होंने लोक संगीत और लोक धुनों को संरक्षित कर अवध के सांस्कृतिक वैशिष्ट्य को अवलम्बन दिया। डा. करुणा पांडे ने कहा कि कमला दीदी साहित्य, कला और संस्कृति जगत के लिए वटवृक्ष की घनी छांव थीं।
इस अवसर पर प्रो. कमला श्रीवास्तव द्वारा सिखाए गीतों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का शुभारंभ अर्चना गुप्ता ने श्रीराम स्तुति से की। डा. सरोजनी सक्सेना ने मां शारदे दयानी मोहे तार दे, प्रो. उषा बाजपेयी ने श्रद्धांजलि अर्पित है, नीरा मिश्रा ने भिनुसरवा भइले न, मनीषा ने कंकरिया लाग जइये नीर, शकुंतला श्रीवास्तव ने यशोदा हरि पालने झुलावे, इन्दु सारस्वत ने चुपा रहो दुलहिन, सुषमा प्रकाश ने तुम नगमा ए माहो अंजुम हो, देवेश्वरी पंवार ने हे मां सरस्वती, चंद्रेश पाण्डेय ने नन्ही नन्ही बुनिया परै लागी अंगना, कनक वर्मा ने गंगा तोरी लहर, दीपांजलि त्रिपाठी ने ए हो रघुरैया, उपमा पांडेय ने जगाय हारी भोले बाबा न जागे, रश्मि उपाध्याय ने जनकपुरी से ब्याहन आये, अलका चतुवेर्दी ने महागौरी मां, कुमकुम मिश्रा ने घोड़ी सजी है सवार सुनाया। गीतों पर ज्योति किरन रतन, रेखा मिश्रा व अन्य सखियों ने मनमोहक नृत्य किया। निधि निगम, दिलीप श्रीवास्तव, इंजी. दिनेश श्रीवास्तव, गगन शर्मा, शिखा श्रीवास्तव, कान्ति शुक्ला, मनोरमा मिश्रा, सीमा अग्रवाल, मृदुला पाण्डेय, रंजना शंकर, दिनेश कुमारी, पुष्पा सिंह, मीरा, माधुरी देवी, क्षमा, कुमकुम मिश्रा, रत्ना शुक्ला आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में सर्वश्री हेमंत गुप्ता, राजीव गुप्ता, रचना गुप्ता, अनिल पांडे, राजनारायण वर्मा, संस्थान की संरक्षक डा. स्मिता मिश्रा, आभा शुक्ला, नीलम वर्मा, अवनीश शुक्ला, राजीव मिश्रा, शिवेन्द्र पटेल, गगन शर्मा, मदन पांडेय, संगीता पांडेय, सहित अन्य उपस्थित रहे।