बसंत पंचमी पर कवि गोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन
लखनऊ। बसंत पंचमी पर ‘सुरभि कल्चरल ग्रुप’ के तत्वावधान में कवि गोष्ठी और साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले काव्यकारों को ‘बसंत काव्यरत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। पिज्जा हवेली, खुशी विहार, कानौसी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ रचनाकार ‘विश्वास लखनवी’ , विशिष्ट अतिथि पार्षद देवेंद्र सिंह यादव ‘जीतू’, तथा अध्यक्ष ‘पायल सोनी’ ने माँ शारदे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जलित किया । काव्य गोष्ठी की शुरूआत डॉ अर्चना सिंह की वाणी वंदना से हुई। सुष्मिता सिंह ‘काव्यमय’ ने भोर का संदेश देखो ला रहीं हैं रश्मियां। भास्कर की नवकिरण फैला रही हैं रश्मियां, ऋषी श्रीवास्तव ने प्रेम रंग सब पे छा गया, देखिए बसंत आ गया”, संजय ‘सागर’ने ‘ओ बसंती पवन ना उड़ा मेरा मन। बादलों में उलझकर बरस जाएगा”, रश्मि ‘लहर’ ने ‘देख रहे ऋतुराज कनखियों, स्वप्न-चिरैया कुछ चहकी है। गेंदा आँगन में बिखरा है कुसुमित हो देहरी महकी है”,संजय मल्होत्रा हमनवा ने आ गया वसंत, ऋतुराज। मन की उमंग को उकेरता बसंत, ऋतुराज सुनाकर बसंत पंचमी ऋतुराज का स्वागत किया। इस अवसर पर ऋषी श्रीवास्तव, आशुतोष तिवारी, संजय ‘सागर’ , संजय मल्होत्रा ‘हमनवा’, रश्मि लहर, सुस्मिता सिंह ‘काव्यमय’, भारती पायल , श्वेता शुक्ला , निशा सिंह ”नवल’, अर्चना सिंह, उमा आर्या, मोहिनी मिश्रा, रश्मि श्रीवास्तव को साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘बसंत काव्यरत्न सम्मान’ से अलंकृत किया गया है। गोष्ठी का सफल संचालन संजय मल्होत्रा ‘हमनवा’ ने किया । अध्यक्ष पायल सोनी ने अंत में सभी काव्यकारों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के संयोजक संस्था के सचिव शैलेंद्र सक्सेना रहें।