कई जिलों में वज्रपात से 36 लोगों की मौत
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश को रविवार को झमाझम बारिश से उमस से राहत तो मिली, लेकिन लोगों पर बिजली कहर बनकर टूटी। प्रयागराज समेत राज्य के कई जिलों में वज्रपात से 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 23 से ज्यादा झुलस गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकशीय बिजली से हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को अनुमन्य सहायता राशि देने और झुलसे लोगों की चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आकाशीय बिजली गिरने से सिर्फ प्रयागराज में ही 13 लोगों की जान चली गई, जबकि चार लोग झुलस गए। कौशांबी में चार और प्रतापगढ़ में एक व्यक्ति की मौत आकाशीयबिजली से हुई। कानपुर के आसपास 16 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए। प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में रविवार को गरज तरज के साथ हुई बारिश के दौरान वज्रपात से 17 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि नौ अन्य झुलस गए। वज्रपात की सर्वाधिक घटनाएं यमुनापार क्षेत्र में हुईं। यहां कोरांव थाना क्षेत्र में तीन, बारा में तीन और करछना में एक व्यक्ति की जान गई।
गंगापार के सोरांव तहसील में विभिन्न स्थानों पर छह लोग जान गवां बैठे। मृतकों में एक बालक, दो किशोर, तीन किशोरियां और तीन महिलाएं तथा अधेड़ व बुजुर्ग हैं। प्रयागराज के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि वज्रपात से मरने वालों का विवरण और नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। छह भैंस और पांच बकरा, बकरियों की भी मौत हुई। कौशांबी में वज्रपात से चायल तहसील क्षेत्र में दो लोगों ने जान गंवाई जबकि एक मौत मंझनपुर तहसील क्षेत्र में हुई। प्रतापगढ़ में वज्रपात से लालगंज तहसील क्षेत्र में धान की रोपाई कर रहे युवक की जान चली गई।