पुणे। जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा एलओसी पर भारतीय थल सेना की जवाबी कार्रवाई में शनिवार को कम से दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ एवं नये थल सेना प्रमुख नामित किए गए लेफ्टिनेंट जनरल मनोज नरवाने ने यहां शनिवार को कहा कि कोई भी सैन्य अभियान खुफिया एजेंसियों के सहयोग के बगैर सफल नहीं हो सकता।
उधर,रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह कहा, सैन्य अभियान और खुफिया सूचनाओं का आपस में करीबी संबंध है। जब कभी हमें संचालन ब्रीफिंग की जरूरत होती है तब यह हमेशा ही खबर दुश्मन के बारे में के साथ शुरू होता है और खबर वह होती है जो हम अपनी खुफिया एजेंसियों से प्राप्त करते हैं।
उन्होंने कहा, मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारा कोई भी सैन्य अभियान तब तक सफल नहीं हो सकता, जब तक कि इसे रॉ सहित विभिन्न खुफिया एजेंसियों से सहायता नहीं प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल राष्ट्र की सुरक्षा में अपने योगदान के लिए खुफिया एजेंसियों पर निर्भर हैं। इस बीच, रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और पल्लनवल्ला तथा अखनूर में अग्रिम चौकियों पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
जिसका प्रभावी तरीके से जवाब दिया गया। सूत्रों ने बताया कि सुबह में भारतीय थल सेना ने एलओसी के पास दो शव पड़े देखे। हालांकि, सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति होने के चलते उनका भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि इलाके में सीमा पार से गोलीबारी अब भी जारी है तथा और अधिक ब्योरे की प्रतीक्षा है।