वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग ने मंगलवार को खादी महोत्सव मनाया। इस अवसर पर खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन विषय पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें एमएससी रसायन विज्ञान सेमेस्टर प्रथम के छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कुल मिलाकर 80 प्रतिभागी थे जिन्हें प्रत्येक में पांच छात्रों के 16 समूहों में विभाजित किया गया था।
छात्रों ने खादी के विभिन्न पहलुओं पर पोस्टर प्रस्तुत किए, जिसमें आर्थिक और रोजगार सृजन दोनों में इसके महत्व को दशार्या गया। इसमें फैशन उद्योग में खादी के आधुनिक उपयोग का भी प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम के निर्णायक खादी और ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डॉ. नितेश धवन, शिक्षा विभाग की प्रो. अमिता बाजपेयी, रसायन विज्ञान विभाग की प्रो. आभा बिश्नोई, जैव रसायन विज्ञान विभाग की प्रो. सुधीर मेहरोत्रा और गणित और खगोल विज्ञान विभाग की डॉ. अलका मिश्रा ने किया।
इसके बाद समापन समारोह आयोजित किया गया जहां विभाग के प्रमुख प्रो. अनिल मिश्रा ने ऐसे आयोजनों में भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कार दिये गये। निर्णायकों द्वारा सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिये गये।
इसमें प्रथम पुरस्कार अविनाश मिश्रा, नैंसी पांडे, प्रशांत सिंह, साक्षी सिंह, स्वर्णिमा सिंह, द्वितीय पुरस्कार गार्गी मिश्रा, साक्षी पांडे, वंदना वर्मा, प्रतिभा आनंद, प्रेरणा और तृतीय पुरस्कार अजमत फातिमा, साक्षी राय, साक्षी सिंह, मानसी सिंह, रिया दीक्षित ने जीता।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. नितेश धवन ने वर्तमान समय में खादी के महत्व का उल्लेख करते हुए बताया कि खादी महोत्सव भारत में एक वार्षिक कार्यक्रम है जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले हाथ से बने और हाथ से बुने हुए कपड़े खादी के उपयोग का जश्न मनाता है और बढ़ावा देता है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को प्रतिज्ञा दिलायी। उन्होंने छात्रो से यह भी कहा कि वे चल रहे आनलाइन कार्यक्रमों में भाग लें, जिसका विवरण वे पोर्टल से प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमृता श्रीवास्तव ने किया।