श्री शिव महापुराण कथा का आठवाँ दिन
लखनऊ। अखिल भारतीय उत्तराखण्ड महासभा के तत्वावधान में ज्ञान सरोवर विद्यालय, वृंदावन योजना रायबरेली रोड, कालिन्दी पार्क के पास नौ दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है, जो 25 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक चलेगा।
अखिल भारतीय उत्तराखण्ड महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक असवाल ने जानकारी दी कि 2 नवम्बर रविवार को श्री शिव महापुराण कथा का समापन होगा। उस दिन कथा प्रात: 8 बजे से शुरू होकर 10 बजे तक चलेगी। उसके के बाद कथा स्थल पर रुद्राभिषेक किया जाएगा, जिसमें सभी भक्तगण भागीदारी करेंगे। इसके बाद हवन का कार्यक्रम होगा और फिर सभी भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
प्रति दिन की तरह प्रात: 10 बजे आज के यजमान दिनेश तिवारी, सुधीर चंद, महेंद्र सिंह राणा, ताजवर सिंह राणा, प्रेम सिंह बिष्ट, कमल सिंह रावत, राहुल पांडे, मंगल सिंह रावत और अंजना राजे द्वारा विधिविधान से पूजा अर्चना की गई। सांय की बेला में कथा वाचक, व्यास पंडित मुकेश शुक्ला जी ने कथा को आगे सुनाते हुए श्री शिव महापुराण कथा में बताया कि भारत में विभिन्न स्थानों पर स्थित 12 ज्योतिर्लिंग – सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भीमाशंकर, विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, वैजनाथ, नागेश्वर, रामेश्वरम और ग्रिश्नेश्वर – सभी भगवान शिव के पवित्र स्थल हैं। इनकी पूजा और आराधना से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। ये ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की महिमा और शक्ति का प्रतीक हैं और इनकी पूजा करने से भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान, शांति और मुक्ति की प्राप्ति होती है।
व्यास जी ने इन 12 ज्योतिलिंर्गों में काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के महत्व के बारे में कहा, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। यह हिंदू धर्म के सबसे पवित्र शहरों में से एक है। यहाँ भगवान शिव की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति, पापों से मुक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। इन्हीं सभी कारणों से काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग सबसे महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग है।
आज कथा स्थल पर मुख्य रूप से भवान सिंह रावत, केशव बिटालू, डी डी नरियाल, आर पी जुयाल, हेमंत गडिया, जगदीश बिष्ट, बहादुर सिंह बिष्ट, महावीर खन्तवाल, विनोद खन्तवाल, सी एम सिंह, राजेन्द्र सिंह रावत, हरीश रौतेला, गोवर्धन भट्ट, , रतन सिंह सांवत, प्रताप सिंह जंगलिया, हरेन्द्र नेगी, विनय रावत, रविंद बिष्ट, संगीता रावत,रंजना सिंह, विनीता तिवारी, मंजू मिश्रा, सुनीता जायसवाल, कंचन यादव, इंदू सिंह, शीला सिंह , कमला कठैत, सीमा, ऊषा, कोमल, निधि, ज्योति आदि कई भक्त गण मौजूद थे।





