लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने साबित कर दिया था कि राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं, राजनीति समाज बनाने के लिए की जाती है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा में अपने संस्मरण सुनाते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, कल्याण सिंह के साथ मुझे शिक्षा मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला। नकल रोकने के लिए मैंने बहुत कठोर प्रस्ताव बनाया था, इसे मैं मानता हूं। जब वह प्रस्ताव कैबिनेट में विचार के लिए पहले दिन गया तो कैबिनेट के सहयोगियों ने कहा कि इतना कठोर कानून नकल रोकने के लिए लागू कर दिया तो बहुत से लोग नाराज हो जाएंगे।
राजनाथ ने उस समय की याद दिलाते हुए कहा, तब कहा गया था कि यदि एक करोड़ छात्रों (राज्य बोर्ड परीक्षा देने वालों) के परिवार में पांच सदस्य हैं तो पांच करोड़ लोग भाजपा के खिलाफ जाएंगे और दो बार मंत्रिमंडल में वह प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। फिर मैं अकेले जाकर कल्याण सिंह से मिला और अपनी इच्छा और उद्देश्य दोनों बताया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। राजनाथ सिंह ने कहा, तब मेरे मन में आशंका थी कि पता नहीं इसका क्या होगा लेकिन जब अगली कैबिनेट बैठक हुई तो उन्होंने प्रस्तावों के बंडल के बीच से नकल विरोधी प्रस्ताव निकालकर मंत्रिपरिषद के सदस्यों को दिखाते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री का आग्रह है, इस पर कोई विचार नहीं होगा और यह प्रस्ताव पारित होगा। शासन चलाने के लिए जो दृढ़ता होनी चाहिए, वह उस दिन हमने देखी थी।
कल्याण सिंह के नेतृत्व में प्रदेश में 1991 में पहली बार बनी भाजपा सरकार ने 1992 में नकल रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जिसके तहत परीक्षाओं में अनुचित साधनों के उपयोग को संज्ञेय अपराध माना गया। बाद में 1993 में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन की सरकार बनने के बाद इस कानून को निरस्त कर दिया गया था। राजनाथ सिंह ने कहा, जब वह (कल्याण सिंह) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो लगातार प्रवास पर उनके साथ जाने का अवसर मिलता था। तरह-तरह की बातें होती थीं, बड़े ही विनोदी स्वभाव के थे और उनके साथ कोई ऊब नहीं सकता था।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में कल्याण सिंह ने किस तरह अपने दायित्व का निर्वाह किया, यह प्रदेश की जनता को बताने की जरूरत नहीं है। उसकी पहली झलक 1977 में मिल गई थी जब वह उप्र के स्वास्थ्य मंत्री थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में तमाम अनियमितताएं थीं और उनके स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद चर्चा होने लगी और लोग उन्हें भविष्य के मुख्यमंत्री के रूप में देखने लगे थे। कल्याण सिंह का गत 21 अगस्त को लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया था। वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
लखनऊ संसदीय क्षेत्र में हर पोस्टर पर अटल जी का चित्र जरूर लगा होना चाहिए : राजनाथ
लखनऊ। केंद्रीय रक्षा मंत्री व लखनऊ से लोकसभा सदस्य राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ में।,710 करोड़ रुपये की लोक निर्माण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटी मिशन, सेतु निगम और सिंचाई समेत नौ विभागों की 180 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। रक्षा मंत्री सिंह ने इस मौके पर कहा कि रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) लखनऊ के पास ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण करेगा और इस संबंध में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ढाई सौ एकड़ जमीन एक महीने में उपलब्ध कराने को कहा है।
सिंह ने उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं से लख्ननऊ में होर्डिंग आदि में सबसे ऊपर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का चित्र लगाने की अपील की। उन्होंने कहा, जब हवाई अड्डे से निकला तो देखा कि बहुत सारी होर्डिंग लगी हुई थीं, हम सब लोगों के बहुत सारे चित्र लगे हुए थे। इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व हमारे श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी कर चुके हैं। आप इतना करिए कि कम से कम लखनऊ संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हम सभी लोगों का चित्र लगाइए, न लगाइए यह आपकी मर्जी, लेकिन हम सभी के ऊपर अटल बिहारी वाजपेयी का एक चित्र नजर आना चाहिए। मैं यह आप सभी से अपेक्षा करता हूं। सिंह ने जोर देते हुए, लखनऊ संसदीय क्षेत्र के अंदर एक भी ऐसा पोस्टर नहीं होना चाहिए जिसमें श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी का चित्र न हो। विकास और कानून-व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, दो शब्द का नाम योगी सुनकर ही अपराधियों के दिल की धड़कन बढ़ जाती है। अपराधियों पर सख्ती होनी चाहिए, हम राज्य में सुशासन लाना चाहते हैं तो जब तक कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर नहीं होगी तब तक सुशासन नहीं आ सकता है और विकास नहीं हो सकता है।
राजनाथ सिंह ने प्रदेश की राजधानी में आठ लेन की छह हजार करोड़ की लागत से बन रही 104 किलोमीटर की रिंग रोड परियोजना के काम में ढिलाई आने का जिक्र करते हुए उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से इसे जल्द पूरा किया जाएगा। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और पीडÞितों के लिए किये गये कार्यों का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा, जिन बच्चों के अभिभावक (कोविड की वजह से) नहीं रहे, उनकी परवरिश की चिंता प्रदेश सरकार ने की है। यह वही मुख्यमंत्री कर सकता है जो संवेदनशील हो। उन्होंने प्रतियोगी छात्रों के लिए सरकारी स्तर पर कोचिंग कक्षाएं चलाने के लिए भी मुख्यमंत्री की तारीफ की। रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र में मोदी और राज्य में योगी की अद्भुत जोड़ी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ देश का सबसे अव्वल शहर बने, इस दिशा में वह प्रयत्नशील हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, आप याद करिए 14 वर्षों में इस प्रदेश को लोगों ने कहां पहुंचा दिया। राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद और 2003 से प्रदेश हर क्षेत्र में अवनति की ओर गया और पिछड़ता गया। आबादी में देश की नंबर एक आबादी वाला राज्य होने के बाद भी उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था हो गया था।
उन्होंने पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया कि प्रदेश में 2012 से 2017 के बीच औसतन हर तीसरे दिन एक बड़ा दंगा होता था। दंगों में एक पक्ष का ही नुकसान नहीं होता था, जन और धन की हानि दोनों ओर से होती थी लेकिन अंतत:: यह जन और धन की हानि राष्ट्रीय क्षति होती थी और प्रदेश के विकास को बाधित करती थी। योगी ने कहा, आज मुझे प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश ने व्यापार सुगमता (इज आॅफ डूइंग बिजनेस) में एक लंबी छलांग लगाई और आज प्रदेश इस मामले में देश में 14वें स्थान से उठकर दूसरे नंबर पर आ गया है। कोरोना काल में जब दुनिया में चीन के अंदर से निवेश भाग रहा था तो पांच हजार करोड़ रुपये की सैमसंग की डिस्प्ले यूनिट को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने में हमने सफलता प्राप्त की और अब वहां उत्पादन भी शुरू हो गया है।
योगी ने कहा कि आज प्रदेश को छठी अर्थव्यवस्था से ऊपर ले जाकर देश में दूसरी अर्थव्यवस्था बना दिया गया और अब यह लंबी छलांग लगाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था बनकर उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के संकल्प को आगे बढ़ाएगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉक्टर दिनेश शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और कानून मंत्री ब्रजेश पाठक आदि उपस्थित थे।





