- बसपा 50 जबकि जजपा लड़ेगी 40 सीटों पर
चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने रविवार को एलान किया कि वे हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी। जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के साथ दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस गठबंधन की घोषणा की। जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एससी मिश्र ने कहा कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों बसपा 50 सीटों पर और जेजेपी 40 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। हाल के लोकसभा चुनाव में जेजेपी ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन किया था जबकि इंडियन नेशनल लोकदल बसपा के साथ चुनाव मैदान में उतरा था। चौटाला ने कहा, दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया कि जेजेपी और बसपा अगला विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ेंगी।
एससी मिश्रा ने कहा कि इस गठबंधन को पाटी सुप्रीमो मायावती का आशीर्वाद प्राप्त है। यह गठबंधन राज्य में इतिहास रचेगा। इस गठबंधन की संभावनाओं के बारे में चर्चा करते हुए दुष्यंत ने कहा कि राज्य के सामाजिक ताने-बाने को राज्य की वर्तमान भाजपा सरकार ने छिन्न-भिन्न कर दिया है। यह गठबंधन सुनिश्चित करेगा कि वह राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चले। जननायक जनता पार्टी, इनेलो से अलग हुआ धड़ा है जिसे अजय चौटाला ने अपने छोटे भाई अभय चौटाला के साथ मतभेदों के बाद बनाया था। अजय चौटाला और पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के कद्दावर नेता ओम प्रकाश चौटाला के जेल में पहुंच जाने के बाद अभय चौटाला ही इनेलो को चला रहे थे।
पिछले साल तक इनेलो राज्य में मुख्य विपक्षी दल था लेकिन लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद कई पार्टी विधायक एवं अन्य नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इनेलो 19 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरा किंतु लोकसभा चुनावों से ठीक पहले दल में फूट पड़ गई और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के बड़े पुत्र अजय चौटाला समर्थकों ने जजपा नाम से नई पार्टी बना ली। हरियाणा केंद्रित क्षेत्रीय दल इनेलो 15 सालों से सत्ता से बाहर है और जेजेपी के गठन के साथ ही पार्टी का बिखराव शुरू हो गया। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 47 सीटें जीतकर पहली बार राज्य में सरकार बनाई। उसने कांग्रेस को हराया था जो दस सालों से सत्ता में थी।