श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में घाटी में रविवार सुबह कई स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर के कई स्थानों पर एनआईए की कई टीम गई और कुछ निजी कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी की।
एनआईए उस मामले की जांच कर रही है जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस का उपाधीक्षक दविंदर सिंह शामिल है और 11 जनवरी को आतंकवादियों को घाटी से बाहर पहुंचाने में मदद करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। सिंह को पद से निलंबित किया जा चुका है। इस मामले में गिरफ्तार सभी लोगों से एनआईए के अधिकारियों द्वारा हुई पूछताछ के बाद आज छापेमारी हुई।
सिंह के अलावा इस मामले में हिज्बुल कमांडर का स्वयंभू सैयद नवीद मुस्ताक अहमद उर्फ नवीद बाबू और रफी अहमद राठेर को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा खुद को वकील बता रहे रफी अहमद राठेर और इरफान शफी मीर को गिरफ्तार किया गया था। इन सभी को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड में गिरफ्तार किया गया था।
बाद में नवीद के भाई सैयद इरफान अहमद को 23 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। उसे पंजाब से यहां लाया गया। नवीद लगातार अपने भाई के संपर्क में था और उसने कश्मीर की कड़ाके की ठंड से बचने के लिए उसे चंडीगढ़ में रहने के लिए जगह तलाश करने को कहा था। वाहन चला रहे मीर की गिरफ्तारी एनआईए के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसा आरोप है कि वह पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर काम कर रहा है। वह भारतीय पासपोर्ट पर पड़ोसी देश पांच बार जा चुका है।