नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा कि भारत ने ईरान में चाबहार बंदरगाह को उपकरण की दूसरी खेप की आपूर्ति की है। इससे पहले जनवरी में, भारत ने 2.5 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य के अनुबंध के तहत चाबहार बंदरगााह के लिए दो मोबाइल हार्बर क्रेन की खेप की आपूर्ति की थी।
ऊर्जा के मामले में समृद्घ ईरान के दक्षिणी तट पर स्थित सिसतान-ब्लूचिस्तान प्रांत में इस बंदरगाह का विकास भारत, ईरान और अफगानिस्तान व्यापार संबंधों को मजबूती प्रदान करने के इरादे से कर रहे हैं। बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री मांडविया ने ट्विटर पर लिखा है, चाबहार बंदरगाह विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता के साथ उपकरणों की दूसरी खेप शाहिद बेहस्ती टर्मिनल पहुंच गई है।
पिछले महीने, बंदरगाह, जलमार्ग और पोत परिवहन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव संजय बंदोपाध्याय ने कहा था कि वेनिस के समीप बंदरगाह पर लदान के लिए दो और क्रेन खड़े हैं। ये क्रेन चाबहार बंदरगाह मार्च अंत तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा था कि दो और क्रेनों की जून अंत तक आपूर्ति की जाएगी।
भारत और ईरान ने 23 मई, 2016 को कुल 8.5 करोड़ डॉलर के द्विपक्षीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह अनुबंध पहले चरण के तहत बंदरगाह पर उपकरण, मशीनीकरण और परिचालन शुरू करने को लेकर था। इस संदर्भ में विशेष उद्देश्ईय कंपनी…इंडिया पोट्र्स ग्लोबल लि., मुंबई का गठन पोत परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत किया गया था। चाबहार बंदरगाह के विकास से भारत और ईरान के बीच आर्थिक रिश्तें प्रगाढ़ होंगे। साथ ही दोनों देशों के बीच समुद्री मार्ग से व्यापार को गति मिलेगी।