back to top

भारत का लक्ष्य 30 से 35 प्रतिशत कम कार्बन उत्सर्जन करना : मोदी

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश 30 से 35 प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इस दशक में प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को चार गुना बढ़ाने और अगले पांच साल में तेल शोधन क्षमता दोगुना करने का प्रयास चल रहा है।

मोदी ने पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय (पीडीपीयू) के दीक्षांत समारोह को वीडियो कांफ्रेंस से संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, आज, देश कार्बन उत्सर्जन को 30 से 35 प्रतिशत कम करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। जब मैंने इसके बारे में दुनिया को बताया तो उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया और इस बात को लेकर उनमें कौतूहल था कि क्या भारत इस लक्ष्य को हासिल कर सकेगा। मोदी ने कहा कि इस दशक में प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को चार गुना बढ़ाने के प्रयास जारी है और इसके साथ ही अगले पांच साल में तेल शोधन क्षमता दोगुना करने पर काम हो रहा है।

उन्होंने विश्वास व्यक्ति किया कि देश नवीनीकरण ऊर्जा उत्पादन के लिए तय लक्ष्य को समय से पहले हासिल कर लेगा। मोदी ने कहा कि आज प्रति यूनिट लागत (सौर ऊर्जा की) पहले के 12 से 13 रुपये से कम होकर दो रुपये से कम पर आ गई है। आज सौर ऊर्जा देश की प्राथमिकता बन गई है। हम 175 गीगावाट नवीनीकरण ऊर्जा उत्पादित करने को प्रतिबद्ध हैं और मुझे भरोसा है कि हम इस लक्ष्य को वर्ष 2022 से पहले हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही वर्ष 2030 तक हमारा लक्ष्य 450 गीगावाट नवीनीकरण ऊर्जा उत्पादित करने का है, यह लक्ष्य बड़ा है पर इसे समय से पहले हासिल कर लेंगे… इसके बारे में मैं आश्वस्त हूं।

मोदी ने कहा कि गैस और तेल क्षेत्र में ही इस दशक करोड़ों रुपये का निवेश होना है, जो इस क्षेत्र में अनुसंधान, उत्पादन अन्य पहलुओं में स्नातक करने वाले विद्यार्थियों के लिए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा क्षेत्र में स्टार्टअप माहौल को मजबूत करने का कार्य जारी है और इस उद्देश्य के लिए विशेष कोष आवंटित किया गया है। मोदी ने कहा कि अगर आपके पास कोई विचार, उत्पाद और सिद्धांत है और उसपर आप आगे बढ़ना चाहते हैं तो यह कोष आपके लिए एक अच्छा मौका है और सरकार की तरफ से उपहार है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए मुश्किल हालात के बावजूद स्नातक कर रहे विद्यार्थियों को याद रखना चाहिए कि उनकी ताकत और क्षमता चुनौतियों से बड़ी है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपना विश्वास नहीं खोएं। मोदी ने कहा कि समस्या से अधिक महत्वपूर्ण आपका उद्देश्य, प्राथमिकता और आपकी प्रतिबद्धता है। ऐसा नहीं है कि आप अपने जीवन में पहली बार चुनौती का सामना कर रहे हैं और यह आखिरी चुनौती भी नहीं है। ऐसा नहीं है कि सफल व्यक्ति के पास समस्या नहीं होती है लेकिन जो इन चुनौतियों को स्वीकार करते हैं और उन्हें हराते हैं वे सफल होते हैं।

RELATED ARTICLES

इंग्लैंड के स्पिनरों ने न्यूजीलैंड को 168 रन पर समेटा, सोफी डिवाइन के वनडे करियर का अंत

विशाखापत्तनम। इंग्लैंड की स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रविवार को यहां महिला विश्व कप के मुकाबले में न्यूजीलैंड को 168 रन पर आउट...

स्वास्थ्य संस्थानों की प्राथमिकता सामाजिक उत्तरदायित्व कानिर्वहन होनी चाहिए : राष्ट्रपति

गाजियाबाद । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में यशोदा मेडिसिटी का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान...

स्वस्थ भारत ही विकसित भारत की आधारशिला : राजनाथ सिंह

गाजियाबाद । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां आयोजित यशोदा मेडिसिटी के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।...

व्रतियों ने किया खरना, आज डूबते सूर्य को दिया जायेगा अर्घ्य

छठ पूजा : 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू, घरों व घाटों पर तैयारियां पूरी, बाजारों में खूब दिखी रौनकलखनऊ। आस्था और विश्वास के...

श्रद्धा व सत्कार से मनाया गया बाबा बुड्ढा साहब जी का जोड़ मेला

विशेष दीवान का आयोजन किया गयालखनऊ। टिकैत राय तालाब स्थित गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब जी मे ब्रह्म ज्ञानी बाबा बुड्ढा साहब जी का जोड़...

सत्संग से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं

9 दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का द्वितीय दिवस लखनऊ। अखिल भारतीय उत्तराखंड महासभा द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा का का दूसरा दिन बहुत...

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की मीडिया के साथ हुई चाय पर चर्चा

कर्मचारियों के उत्पीड़न एवं उत्तरदायित्व पर बृहद चर्चा हुईसंयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने संवाद हीनता को प्रमुख कारण बतायालखनऊ। राज्य कर्मचारी...

कला ने समाज की चेतना, भावनाओं और संस्कारों को आकार दिया

कला में निवेश: संस्कृति और संपन्नता का संगमलखनऊ। कला केवल सौंदर्य का माध्यम नहीं, बल्कि मानव सभ्यता की आत्मा और सृजनशीलता की जीवंत अभिव्यक्ति...

गीत-संगीत के साथ प्रगति महोत्सव का समापन

डॉक्टरों के माध्यम से ब्लड डोनेट करया गयालखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वाधान में आशियाना के सेक्टर एम आशियाना...