वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। अपनी नाक पसंद नहीं तो कोई अपने मोटोपे से परेशान है। पहले अपने खराब लुक्स से लोग हीनभावना से ग्रसित हो जाते वहीं अब सर्जरी से निखार खूबसूरती बढ़ाने के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा रहे हैं. इस सर्जरी का चलन शहर में भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में लगभग 5 गुना कॉस्मेटिक सर्जरी अधिक होने लगी
कास्मेस्टिक सर्जरी किसे कहते हैं
केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डा. ब्रजेश मिश्रा का कहना है कि पहले दुर्घटना में घायल, कैंसर के आपरेशन के बाद खराब हुए चेहरे व अन्य जन्मजात विकृति को दूर कराने के लिए ही प्लास्टिक सर्जरी करायी जाती थी। वहीं अब सर्जरी से निखार खूबसूरती निखारने के लिए लोग सर्जरी करा रहे हैं। इस प्रकार की सर्जरी को कास्मेस्टिक सर्जरी कहते हैं। होठ बेहतर करने, नाक सीधी और चेहरे पर फैट कम करने के लिए और ब्रेस्ट को सुठौल बनाने के लिए लोग कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा ले रहे हैं। पहले शादी विवाह के लिए इस तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी कराई जाती थी इसलिए 18 से 35 वर्ष के युवा कॉस्मेटिक सर्जरी अधिक करा रहे हैं।
सबसे ज्यादा मोटापा कम कराने के लिए महिलाएं ऐसी सर्जरी करा रही हैं।
केजीएमयू में सबसे ज्यादा नाक सही कराने व मोटापा दूर करने के लिए लोग अधिक आ रहे हैं। प्लास्टिक सर्जन डा. वैभव खन्ना का कहना है कि लोगों को कम खर्च में बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। होंठ और गाल की सर्जरी पर करीब 40,000 रुपये का खर्च आता है। नाक और ठोड़ी की सर्जरी पर करीब डेढ़ से दो लाख का खर्चा आता है। उनके मुताबिक दिल्ली, मुंबई और दूसरे राज्य के हिसाब से लखनऊ में कॉस्मेटिक सर्जरी की कीमत बहुत कम है। डा. खन्ना ने बताया कि ऐसी सर्जरी कराने पर बहुत ही कम दर्द होता है और समय भी कम लगता है।
ज्यादातर लोग सुबह आते हैं और शाम को कॉस्मेटिक सर्जरी पूरी होने के बाद घर चले जाते हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी के कुछ दिन तक दवाई दी जाती हैं जो सर्जरी के हिसाब से 15 दिन या एक माह तक खानी होती है।
इसके अलावा कुछ सावधानी बरतना जरूरी है जैसे-
1-करीब दो माह तक उन्हें धूप से बचना होता है
2- चोट लगने से बचाना होता है।
3-इसके अलावा मसाज करानी होती है।