मानव तस्करी का भंडाफोड़ तीन रोहिंग्या गिरफ्तार

विशेष संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानव तस्करी मामले का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में रोहिंग्या रैकेट सामने आया है। यह रैकेट बड़ी संख्या में मानव तस्करी में शामिल था। म्यांमार और बांग्लादेश से महिलाओं और बच्चों को लाकर दिल्ली-एनसीआर और नोएडा में उन्हें बसाया जाता था। ये लोग महिला तस्करी में भी शामिल हैं। यूपी एटीएस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से म्यांमार की दो लड़कियां मुक्त करायी गयी हैं, जिन्हें आशा ज्योति केन्द्र भेजा गया है। मानव तस्करी के इस गिरोह को पकड़ने के लिए यूपी एटीएस के 30 अधिकारियों ने 36 घंटे से अधिक का आपरेशन चलाया।

राज्य के एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों में बांग्लादेश निवासी मोहम्मद नूर उर्फ नूरुल, म्यांमार निवासी रहमत उल्ला और शबीरउर्रहमान हैं। आरोपियों के पास से मोबाइल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बांग्लादेश के नागरिकता पहचान पत्र, एटीएम, रेलवे टिकट व यूएनएचसीआर के कार्ड की छाया प्रति, पांच बांग्लादेशी टका और 24480 रुपये बरामद हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक, अवैध रूप से भारत में रह रहे रोहिंग्याओं का यह गैंग मानव तस्करी के जरिये लोगों से पैसे वसूलता था। यह गिरोह म्यांमार और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में बच्चों को लाता था और उन्हें अवैध रूप से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में तथा नोएडा में बसाया जाता था। अवैध रूप से भारत आये तीन पीड़ितों ने अपनी व्यथा पुलिस को बतायी है। इनमें दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल है। एडीजी के मुताबिक मोहम्मद नूर नाम का एक शख्स त्रिपुरा बॉर्डर से महिलाओं और बच्चों को लाता था, फिर ट्रेन के जरिये उन्हें संबंधित जगहों पर पहुंचाता रहा। यहीं से उन्हें बेचने के लिए रैकेट आॅपरेट करता था। मोहम्मद नूर और रहमत तथा शबीरउर्रहमान नाम के तीन लोगों को पहले पकड़ा गया। साथ ही दो पीड़ित लड़कियों और एक पुरुष को भी हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पता चला कि दोनों लड़कियां नाबालिग हैं। अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। लड़कियों को आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है। मुख्य अभियुक्त मोहम्मद नूर त्रिपुरा का रहने वाला है, जिसका मूल पता बांग्लादेश है।

 

पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि यह अभियुक्त बच्चों और महिलाओं का आर्थिक एवं शारीरिक शोषण भी करते थे। इसके जरिये बड़ी पूंजी वसूलने का काम किया जाता था। इस गैंग के तार और कहां जुड़े हैं, यह जानने की कोशिश की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने म्यांमार से दाखिल होने के मुद्दे पर मिजोरम समेत चार राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। दरअसल मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में म्यांमार के नागरिकों के घुसने की सूचना मिलने के बाद इन राज्यों को एडवाइजरी जारी की गयी है। यह एडवाइजरी 10 मार्च 2021 को जारी की गयी है। राज्यों को निर्देश दिये गये हैं कि जिनके कागजात अवैध हों या फिर पूरे न हों, उन्हें तुरंत डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाये। अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए नागरिकों को लेकर भारत सरकार समय-समय पर राज्यों को दिशा-निर्देश जारी करती रहती है।

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