यमुनानगर। यमुनानगर जिला पुलिस को गैंगस्टर विरोधी अभियान के तहत बुधवार को बड़ी सफलता मिली। रटोली-खेड़ा रोड पर कुख्यात गैंगस्टर भीम और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें गैंगस्टर की मौके पर ही मौत हो गई। भीम पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, नशा तस्करी और अवैध हथियारों सहित 7 से 8 संगीन धाराओं में मामले दर्ज थे।
पुलिस को गुप्त इनपुट मिला था कि भीम रटोली-खेड़ा रोड के पास मौजूद है। इसी आधार पर एक विशेष टीम गठित की गई और उसे पकड़ने के लिए मौके पर भेजा गया। जैसे ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, भीम ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं।
करीब 20 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में पुलिस की ओर से लगभग 15 राउंड फायरिंग हुई, जबकि गैंगस्टर की ओर से 8 से 9 राउंड गोलियां चलाई गईं। फायरिंग के दौरान एक गोली पुलिसकर्मी की जैकेट पर भी लगी, लेकिन बुलेटप्रूफ होने के चलते कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
पुलिस की गोली लगने से गैंगस्टर भीम की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर तुरंत फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया, जिसने साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस को मौके से एक पिस्तौल, जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
अयोध्या से यमुनानगर तक फैला था नेटवर्क
बताया जा रहा है कि भीम मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अयोध्या का निवासी था, लेकिन हाल ही में वह यमुनानगर के आजाद नगर इलाके में रह रहा था। उसने कुछ दिन पहले शहर के दो प्रमुख कारोबारियों बॉबी और कपड़ा व्यापारी रवि के घर पर भी फायरिंग की थी। दोनों से उसने पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी, जिससे पूरे शहर में दहशत का माहौल बन गया था।
इस एनकाउंटर के बाद यमुनानगर पुलिस ने राहत की सांस ली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुठभेड़ में शामिल टीम को सराहते हुए कहा कि शहर को दहशत में डालने वाला एक खतरनाक अपराधी अब खत्म हो चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज थे और वह लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश में जुट गई है। प्रारंभिक जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि भीम का संपर्क हरियाणा और यूपी के कुछ अन्य गैंगों से भी था।