बेंगलुरू: कर्नाटक में बारिश से संबंधित घटनाओं में चार और लोगों की जान चली गई है। इसके साथ ही मृतकों की संख्या 31 पर पहुंच गई है और राज्य में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बेलगावी जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा उनके साथ रहेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि गत रात चार और लोगों के मरने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है जबकि 14 लोग लापता हैं। इसमें बताया गया है कि 3.14 लाख लोगों को दूसरे स्थानों में ले जाया गया है और उनमें से 2.18 लाख लोग 924 राहत शिविरों में रह रहे हैं। येदियुरप्पा ने यहां पत्रकारों से कहा, मैं बेलगाम (बेलगावी) जा रहा हूं। हमारे (भाजपा के) गृह मंत्री अमित शाह वहां आ रहे हैं। हम एक साथ बेलगाम, बागलकोट और अन्य इलाकों में हवाई सर्वेक्षण करेंगे। जब वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे उसके बाद मैं लौट आऊंगा।
राज्य सरकार ने शनिवार को 17 जिलों में 80 तालुकों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया और कहा कि इन स्थानों पर राहत एवं बचाव अभियान पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ज्यादातर तालुक बेलगावी जिले के हैं जिस पर बाढ़ का प्रकोप सबसे अधिक है। सरकार ने आकलन किया है कि भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में 21,431 मकानों और 4.16 लाख हेक्टेयर भूमि पर फसलों को नुकसान पहुंचा है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को सबसे ज्यादा प्रभावित बेलगावी और बागलकोट जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भूस्खलन की घटनाओं के मद्देनजर बेंगलुरू और मंगलुरू को जोडऩे वाला राष्ट्रीय राजमार्ग कम से कम सोमवार तक बंद रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी में जल स्तर में मामूली कमी आई है।
बंटवाल के समीप भी जल स्तर में कमी आई है। बंटवाल में उफान पर चल रही नदियों के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए जिससे कई लोग प्रभावित हुए। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री जनार्दन पुजारी का परिवार भी शामिल है। यहां मिली रिपोर्टों के अनुसार, बेल्लारी में तुंगभद्रा नदी के उफान पर होने के कारण हम्पी किले के समीप एक पुल डूब गया जिससे कम्प्ली और गंगावती शहरों के बीच सड़क यातायात बाधित हुआ।