वरिष्ठ संवादददाता लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार का प्रकोप जारी है। माल में शनिवार को एक बच्ची की मौत के बाद यहां अभी भी कई लोग बुखार से ग्रसित है। एक तरफ रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है, वहीं इलाज के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है। वहीं डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच 37 और लोग इसकी चपेट में आ गये।
इटौंजा, माल व मोहनलालगंज में दो बीते एक माह से बुखार थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बुखार से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन इलाज की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाएं व उपचार की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। यहां के स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी मरीजों के इलाज के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि सीएचसी-पीएचसी के चिकित्सक बाहर से मरीजों को दवाएं लिख रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मलेरिया विभाग में मच्छरों के प्रकोप को रोकने के लिए चेकिंग टीम बनाई गई है, लेकिन मलेरिया निरीक्षक इस कार्य को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यही वजह है कि संक्रामक बीमारी का कहर तेजी से बढ़ रहा है। यही नहीं मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में भी बेड फुल हो गए हैं। इससे मरीजों को भर्ती करने में परेशानी आ रही है। बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अतुल मेहरोत्रा का कहना है कि बुखार के मरीजों का बेहतर इलाज करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बुखार के बढ़ते प्रकोप का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी अस्पतालों व मेडिकल संस्थानों की ओपीडी में बुखार पीड़ितों की संख्या 2000 के पार पहुंच गई है। इनमें डेंगू के शक में करीब 1000 लोगों की जांच कराई जा रही है। अकेले बलरामपुर अस्पताल में 350 से अधिक मरीजों की जांच हो रही है। लोकबंधु में 150 से अधिक बुखार पीड़ितों की कार्ड तकनीक से डेंगू की जांच हो रही है। सिविल अस्पताल में 150 से अधिक लोगों की जांच हो रही है। केजीएमयू, लोहिया संस्थान, रानी लक्ष्मीबाई, महानगर भाऊराव देवरस अस्पताल में 350 से अधिक लोगों की डेंगू जांच हो रही है।
वहीं डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को 37 नए लोगों में इसकी पुष्टि हुई। सबसे ज्यादा चिनहट और इन्दिरानगर में 5-5 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अलीगंज, चन्दरनगर, सिल्वर जुबली व एनके रोड में 4-4, ऐशबाग व रेडक्रास में 3-3, गोसाईगंज व टूडियागंज में 2-2 और काकोरी में 1 लोग डेंगू की जद में आ गए हैं। लगभग 1487 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया। 11 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाई गईं। भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इन मरीजों ने बुखार आने के बाद डॉक्टर की सलाह पर जांच कराई थी। मरीजों में प्लेटलेंट्स काउंट सामान्य से कम आए हैं। उन्हें घर में आराम करने की सलाह दी गई है। साथ ही प्लेटलेट्स की निगरानी के लिए समय-समय जांच कराने की सलाह दी है।
शरीर पर चकत्ते, रक्तस्राव समेत दूसरे लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से संपर्क करने के लिए कहा गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम की संयुक्त टीमों ने कैसरबाग बस अड्डा अमीनाबाद रोड, लेबर कालोनी वार्ड सपना कालोनी राजाजीपुरम, आईकान हास्पिटल सेक्टर-। जानकीपुरम, प्राथमिक विधालय तकवा, डीआरएम पुलिया हरदोई रोड, समराही चैकी सआदतगंज, हनुमान मन्दिर इस्माइलगंज नियर महालक्ष्मी बैक्वेट, चिरैया बाग अण्डर पास के आस-पास लार्वा रोधी रसायन एवं फागिंग का कार्य कराया गया और लोगों को डेंगू से बचाव के बारे में जागरूक किया गया।