लखनऊ। अगस्त के महीने में कई व्रत त्योहार मनाए जाने हैं। अगस्त महीने के शुरूआत सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को ही रही है। इस दिन चित्रा नक्षत्र का संयोग होगा, जबकि महीने का समापन भाद्रपद शुक्ल अष्टमी को ज्येष्ठा नक्षत्र के संयोग में होगा। अगस्त का महीना व्रत त्योहार के लिहाज से बेहद अहम रहने वाला है। अगस्त में रक्षाबंधन, तीज, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाएंगे, जिनका सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इसके साथ ही अगस्त में श्रावण पुत्रदा एकादशी, अजा एकादशी और शिव-पार्वती को समर्पित प्रदोष व्रत रखा जाएगा। ऐसे में आइये जानते हैं अगस्त में रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, एकादशी, पूर्णिमा, अमावस्या और प्रदोष की तिथि कब हैं।
पवित्रा/पुत्रदा एकादशी
सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पवित्रा एकादशी के नाम से जाना जाता है, जिसे पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। संतान की प्राप्ति के लिए इसका व्रत अहम माना जाता है। पवित्रा एकादशी 5 अगस्त, दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन सावन मास का अंतिम मंगला गौरी व्रत भी रखा जाएगा।
बुध प्रदोष व्रत
भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत अगस्त महीने के पहले सप्ताह में रखा जाएगा। 6 अगस्त, दिन बुधवार को सावन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा। चूंकि इस दिन बुधवार है इसलिए इसे बुध प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का पूजन किया जाता है।
सावन पूर्णिमा व्रत
सावन मास की पूर्णिमा तिथि का बड़ा महत्व है। जहां पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है वहीं सावन मास में भोलेबाबा की पूजा होती है। ऐसे में सावन पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु महेश दोनों का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन व्रत रखने से दुख दूर होते हैं और सुख शांति मिलती है। इस साल सावन पूर्णिमा का व्रत 9 अगस्त को रखा जाएगा।
रक्षाबंधन
बहन और भाई के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। उदया तिथि के अनुसार इस साल राखी का त्योहार 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन पर इस बार भद्रा का साया नहीं रहने वाला है। राखी पर 9 अगस्त को सुबह से दोपहर तक भद्रा का कोई मुहूर्त नहीं है। इसके साथ ही राखी पर ही अमरनाथ यात्रा भी समाप्त होगी।
कजरी तीज
भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर कजरी तीज का व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि कजरी तीज का व्रत मां पार्वती ने शिवजी को पाने के लिए किया था। इसलिए कुंवारी कन्याएं इस दिन व्रत रखती हैं। वहीं सुहागिन महिलाएं भी अपने पति की सलामती के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं। इस बार कजरी तीज 12 अगस्त को मनाई जाएगी।
जन्माष्टमी
कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त को देर रात 12 बजे के बाद शुरू होगी और 16 अगस्त को रात 10.29 बजे तक रहेगी। ऐसे में 16 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जहां 15 अगस्त को स्मार्थ और 16 अगस्त को वैष्णव जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे।
अजा एकादशी
अजा एकादशी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। चूंकि एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है ऐसे में इस दिन व्रत रखने और श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं। सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल अजा एकादशी व्रत 19 अगस्त को रखा जाएगा।
प्रदोष व्रत
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर अगस्त महीने का दूसरा प्रदोष व्रत रखा जाएगा, जो शिव-पार्वती को समर्पित होता है। अगस्त महीने का दूसरा प्रदोष व्रत 20 अगस्त, बुधवार को रखा जाएगा। इस दिन बुधवार होने की वजह से इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। यानी अगस्त महीने में दोनों बुध प्रदोष व्रत ही हैं।
मासिक शिवरात्रि व्रत
प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए अति उत्तम होता है। मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से सभी तरह की बाधाएं दूर होती हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। अगस्त की मासिक शिवरात्रि का व्रत 21 अगस्त को रखा जाएगा।
भाद्रपद अमावस्या
भाद्रपद मास की अमावस्या तिथि जिसे पिठोरी अमावस्या और कुशाग्रहणी अमावस्या भी कहा जाता है, यह हिंदू धर्म की विशेष तिथि है। अमावस्या तिथि पर पितरों का पूजन, तर्पण, श्राद्ध आदि किया जाता है। इसके साथ ही अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान, दान करने का बड़ा महत्व है। पिठोरी अमावस्या 22 अगस्त को मनाई जाएगी। क्योंकि सूर्योदय कालीन अमावस्या तिथि नहीं लग रही है जबकि 23 अगस्त को कुशाग्रहणी अमावस्या मनाई जाएगी क्योंकि इस दिन सूर्योदय कालीन अमावस्या तिथि है।
हरतालिका तीज व्रत
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है। इस दिन महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में सुख शांत के लिए व्रत रखती हैं और भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। इसके साथ ही अविवाहित कन्याएं भी मनचाहे वर के लिए यह व्रत रखती हैं। इस साल हरतालिका तीज का व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा।
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। माना जाता है कि भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को वेदव्यासजी के कहने पर गणपति महाराज ने महाभारत को लिपिबद्ध करना शुरू किया था। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन सिद्धि विनायक व्रत भी रखा जाएगा।