हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के उद्योग मंत्री जी. गौतम रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार सुरक्षा में कोई चूक नहीं रखना चाहती है इसलिए फैक्टरी से लीक हुई स्टाइरीन गैस को निष्प्रभावी करने के लिए 500 टन रसायन मंगवाया है और कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा कि आखिर चूंक कहां हुई?
उन्होंने बताया कि लीक को एक घंटे के भीतर बंद कर लिया गया था। इस बात की ओर ध्यान दिलाते हुए कि प्रशासन हर संभव एहतियात बरत रहा है, मंत्री ने कहा कि कारखाने में काम नहीं चल रहा था, वहां कर्मचारी फैक्टरी शुरू करने के लिए तैयारी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि फक्टरी में टैंकों में भंडारित रसायन में से एक में गर्मी के कारण गैस बनी और वह लीक हो गई। लीक इसलिए नहीं हुई कि लोग वहां काम कर रहे थे।
घटना पर सरकार की कार्रवाई के बारे में पूछने पर हैदराबाद में मौजूद मंत्री ने बताया, लीक के तुरंत बाद हमने क्या किया? हमने उसी वक्त परिसर में गैस के प्रभाव को बेअसर किया। उन्होंने कहा, हमने पूरे परिसर में (लीक को निष्प्रभावी करने वाला) रसायन का छिड़काव किया और उस तरल को बेअसर किया। उन्होंने बताया कि यह तरल मिश्रण गैस में बदल कर एक चिमनी के माध्यम से बाहर निकल आया था। मंत्री ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत कार्वाई की।
रेड्डी ने कहा, हमारे पास निष्प्रभ्रावी करने वाला 1500 टन रसायन था। हमने उसका छिड़काव कर उसे निष्प्रभावी किया। लेकिन इसमें कोई चूक ना रहे इसके लिए हम 500 टन रसायन हवाई जहाज से मंगवा रहे हैं। हम पूरी फैक्टरी को इस रासायन से भर देंगे। प्रशासन एहतियात के तौर पर पूरे क्षेत्र को पानी से धुलवा रहा है। उद्योग मंत्री ने कहा कि ऐसी फैक्टरी रेड श्रेणी में आती हैं और उन्हें चौबीस घंटे सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ता है क्योंकि वे खतरनाक रसायनों और वस्तुओं का उपयोग करते हैं।
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार कोरियाई दूतावास के भी संपर्क में है। लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलीमर फैक्टरी में बृहस्पतिवार से कामकाज शुरू होना था। मंत्री ने पहले कहा, हम (दक्षिण कोरियाई) कंपनी के शीर्ष प्रबंधन तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं…. हमारी पहली प्राथमिकता फिलहाल लीक को रोकना और प्रभावित लोगों का उचित इलाज कराना है।