एटा(जिला संवाददाता)। कोतवाली एटा के मोहल्ला शृंंगार नगर में रिटायर्ड फार्मासिस्ट के अंदर से बंद मकान में 5 शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। मृतकों में 1 बुजुर्ग, 2 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं। एसएसपी और जिलाधिकारी सहित जिले के अनेक उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गये। मिरहची थाना क्षेत्र के ग्राम सिरसाटिप्पू निवासी जिला चिकित्सालय से सेवानिवृत्त फार्मासिस्ट राजेश्वर सिंह पचौरी का एटा शहर के मोहल्ला शृंगार नगर की पीपल वाली गली में तीन मंजिला मकान बना हुआ है।
उनका पुत्र दिवाकर पचौरी रुड़की में नौकरी करता है। दिवाकर पचौरी की 37 वर्षीय पत्नी दिव्या, 8 वर्षीय पुत्र आरुष, 8 माह के पुत्र छोटू और 75 वर्षीय ससुर राजेश्वर सिंह के साथ उक्त मकान में रहती थी। कुछ समय से दिवाकर की 27 वर्षीय साली बुलबुल पुत्री रमाशंकर उपाध्याय निवासी सोनई जिला मथुरा भी यहां आकर रह रही थी।
शनिवार को सुबह एटा कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर पचौरी के घर एक व्यक्ति ने सूचना दी कि उनके बड़े भाई राजेश्वर प्रसाद पचौरी के मकान के बरामदे में एक महिला का शव पड़ा हुआ है जबकि मकान अंदर से बंद है। इस पर रामेश्वर के पुत्र माधव पचौरी ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची कोतवाली नगर की पुलिस ने जब गैस कटर से गेट काटकर मकान खुलवाया तो वहां राजेश्वर प्रसाद पचौरी , उनकी पुत्रवधू दिव्या पत्नी दिवाकर पचौरी , दिवाकर की साली बुलबुल व दिवाकर के 2 पुत्र आरूष एवं छोटू के शव मिले। पुलिस के अनुसार दिव्या का शव घर के मुख्य दरवाजे के पास पड़ा मिला, जबकि दो बच्चों के शव उनके बेड पर मिले व उनकी मौसी का शव कमरे के अन्दर था। राजेश्वर पचौरी का शव ऊपरी मंजिल पर था।
मौके पर पहुंचे एसएसपी सुनीलकुमार सिंह, एडीएम, एएसपी संजय कुमार, सीओ सदर, कोतवाली प्रभारी ने शवों को अन्त्य परीक्षण गृह भिजवाया। इस दौरान मृतक राजेश्वर के छोटे भाई रामेश्वर पचौरी ने परिवार की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस उनके बयान पर भी कार्रवाई कर रही है। जांच पड़ताल जारी है। रुड़की में नौकरी कर रहे दिवाकर पचौरी को घटना के बारे में अवगत करा दिया गया है।
दिवाकर ने रुड़की के उप जिलाधिकारी से एटा आने की अनुमति मांगी, तो उप जिलाधिकारी ने ड्राइवर के साथ दिवाकर को एटा आने के निर्देश दे दिए हैं। वहीं एटा सांसद राजवीर सिंह भी पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि घटना स्थल का निरीक्षण करने पर एक सल्फास की डिबिया, हॉर्पिक, एक ब्लेड मिला। एक भगोना में दूध रखा मिला, उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।
क्राइम ब्रांच, सर्विलांस टीम सहित पुलिस की कई टीमें गठित की गईं हैं। निर्देश दिए गए हैं कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले और मृतकों के मोबाइलों की डिटेल निकालकर जल्द अधिकारियों को सौंपें। शवों को कब्जे में कर पंचनामा की औपचारिकता पूर्ण करते हुए अन्त्य:परीक्षण के लिए पोस्टमार्टम गृह भेजा गया है।