लखनऊ। बंद शहर, सूनी सड़कें, रेल, हवाई, और बस सेवाएं ठप। कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने की वजह से कारखानों की भी ऐसी ही स्थिति है। 130 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत में कहने को तो अब तक सिर्फ कोरोना के 251 मामले मिले हैं, लेकिन सरकार की चेतावनी और अपील के बावजूद सार्वजानिक जगहों पर लोगों के मेल-जोल के मामले दिखाई पड़ रहे हैं।
ऐसी घटनाओं के कई उदहारण हैं। चाहे बंगलुरु का मामला हो जहां एक महिला अपने पति के टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद आगरा भाग जाने का हो या फिर शुक्रवार को बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर का। कनिका कपूर मामले की इंटेंसिटी को इससे समझा जा सकता है कि लखनऊ में आने के बाद से बॉलीवुड गायिका एक ऐसी पार्टी में गयी जहां 100 लोग मौजूद थे। पार्टी में शामिल लोगों में खुद उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद शामिल थे।
अब तक कोरोना वायरस पीड़ित जितने लोग भी सामने आये हैं, उनमे 32 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। उनके संपर्क में आने वाले 6700 लोगों की मॉनिटरिंग की जा रही है। कोरोना वायरस से पीड़ित चार लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में अब तक 52 मामले, केरल में 40, यूपी में 23, दिल्ली में 17, राजस्थान में 16, कर्नाटक में 15, गुजरात में 7, पंजाब में 3, ओडिशा में 2, चंडीगढ़ में 5, पश्चिम बंगाल में 2, उत्तराखंड में 3, आंध्र प्रदेश में 3, हरियाणा में 17, तमिलनाडु में 3, जम्मू-कश्मीर में 4, तेलंगाना में 19, लद्दाख में 10 और मध्य प्रदेश में चार मामले आए हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा में 6 लोग कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। सभी को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है।
वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोगों से जनता कर्फ्यू में शामिल होने की अपील की थी। जनता कर्फ्यू की वजह से 21 मार्च की मध्य रात्रि से 22 मार्च की रात 10 बजे तक शुरू होने वाली यात्री ट्रेनें नहीं चली। रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता आदि शहरों में उपनगरीय ट्रेन सेवांए काफी कम चली। कोरोना वायरस की वजह से महाराष्ट्र के चार शहरों में लॉकडाउन का फैसला किया गया है।
पहले यूपी में लॉकडाउन नहीं था,लेकिन रविवार आते-आते राजधानी लखनऊ सहित 15 जिलों में तालाबंदी की घोषण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर दी। कोरोना वायरस को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 2 अप्रैल तक सभी धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और शुभ कार्यक्रमों को स्थगित करने की अपील की है। यूपी सरकार ने लखनऊ, नोएडा और कानपुर को कोरोना के खतरे को देखते हुए सैनिटाइज करने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में सभी शॉपिंग मॉल को बंद कर दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सोशल डिस्टेंसिंग (एक दूसरे से दूर-दूर रहने) के नियम का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार, राज्यों को स्पष्ट निर्देश है कि सोशल डिस्टेंसिंग लागू कराने लिए उन्हें किसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी पड़े तो इसमें भी संकोच नहीं करें। एपिडेमिक डिजीज कंट्रोल एक्ट के तहत राज्यों को पहले से ही कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है।
हालांकि, केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार दावा कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सारी तैयारी की जा चुकी हैं, लेकिन संक्रमित लोगों के स्वास्थ्य परिक्षण को लेकर बात फंस रही है। निजी स्वास्थ्य सुविधाओं, जिनमे प्राइवेट हॉस्पिटल और पैथोलॉजी शामिल हैं, उनको जिन लोगों में नए कोरोना वायरस (एसआरएस-कोविड-2) के लक्षण हैं उनकी जांच करने की अनुमति दी है। लकिन यह परिक्षण केवल उन लोगों का होगा जिनके लक्षण इंडियन कौंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च की कठोर दिशानिर्देश के अनुसार होंगे। इनमे वह व्यक्ति जो हाल फिलहाल में विदेशों से लौटे हैं या वह लोग जो कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में रहे हों भी शामिल हैं।