-बीबीएयू में अम्बेडकर जयंती पर एससी एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष का ऑनलाइन व्याख्यान
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में मंगलवार को अम्बेडकर जयंती के अवसर पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन मंगलवार को हुआ। लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन आयोजित इस व्याख्यान के वक्ता एससी एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष बृज लाल ने वर्तमान परिदृश्य में बाबा साहेब की प्रासंगिकता विषय पर अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने विवि के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से व्याख्यान की विषयवस्तु पर चर्चा की। विवि के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने भी बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को संबोधित किया।
मुख्य वक्ता बृज लाल ने कहा कि बाबा साहेब का सम्मान न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में होता है। हम उन्हें संविधान निमार्ता के रूप में जानते हैं मगर वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थें। वे एक महान अर्थशास्त्री, कानून विद, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। कई सामाजिक विषमताओं के बावजूद उन्होंने संघर्ष किया और शिक्षा प्राप्त की व समाज के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति बन गए। लेबर लॉ और महिलाओं के उत्थान के लिए संविधान में विशेष प्रावधानों का श्रेय भी बाबासाहेब को जाता है।
बृज लाल ने डॉ. अम्बेडकर के सामाजिक सुधार के प्रयासों व उनके राजनैतिक सफर पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने बाबा साहेब की दूरदर्शिता के बारे में चर्चा की और बताया कि किस प्रकार बाबा साहेब की सलाह न मान पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल को पाकिस्तान में समस्याओं का सामना करना पड़ा और आखिरकार उन्हें कुछ वर्षों में पाकिस्तान छोड़कर वापस भारत लौटना पड़ा। उन्होंने इस संबंध में लिखी पुस्तक जोगेंद्र नाथ मंडल का त्यागपत्र पढ़ने की सलाह विद्यार्थियों को दी।
उन्होंने कहा कि बाबासाहेब किसी जाति या धर्म के नेता नहीं थे बल्कि वे हर कमजोर, पीड़ित व गरीब के नेता थे, सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सदैव राष्ट्र हित में काम किया। वे राष्ट्र को सर्वोपरि मानते थे। जिस प्रकार बाबासाहेब भारत से विस्थापित लोगों के भविष्य को लेकर चिंतित थे और उन्हें भारत में शरण देने की सोच रखते थे, उसी प्रकार मौजूदा केंद्र सरकार सीएए के माध्यम से सभी प्रताड़ित लोगों को शरण देकर उनके हितों की रक्षा करना चाहती है।
कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि आज अम्बेडकर जयंती, हम सभी के लिए बड़ा दिन है, हमारा विवि बाबासाहेब के नाम पर स्थापित है और उन्ही के आदर्शों को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। आज विश्व कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी की चपेट में है, जिससे निकलने के लिए हम सभी युद्ध स्तर की तैयारी में लगे हैं और प्रत्येक विद्यार्थी, यहां के सभी शिक्षक व कर्मचारीगण इस युद्ध को जीतने में अपना सहयोग दे रहे हैं। जिस प्रकार बाबासाहेब समाज के कल्याण के लिए समर्पित थे उसी प्रकार यह विवि परिवार भी समाज कल्याण को समर्पित है और अपना पूरा प्रयास कर रहा है कि इस समस्या से निपटने में अपना सहयोग दे सके।
इस दिशा में विवि द्वारा सैनिटाइजर बनाकर वितरित किया गया, राशन व अन्य जरूरी वस्तुओं का वितरण भी विवि परिवार द्वारा किया गया और लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से हम इस बार अम्बेडकर जयंती उस भव्यता के साथ नहीं मना सके जैसा कि हम प्रति वर्ष करते थे मगर फिर भी आॅनलाइन माध्यम से हमनें व्याख्यान आयोजित किया ताकि व्याख्यान के वक्ता श्री बृज लाल जैसे मनीषी के द्वारा प्राप्त ज्ञान से विद्यार्थियों को मार्गदर्शन मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न आॅनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी शिक्षा जारी रखने का संदेश भी दिया।