लखनऊ। उपमुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा ने शनिवार को बालिका सुरक्षा आनलाइन प्रशिक्षण का मेगालान्च किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि आज के आधुनिक समाज में एक तरफ महिलाएं समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके प्रति भेदभाव, उत्पीड़न एवं शोषण की नयी-नयी घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसी स्थितियों में उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और महिलाओं के प्रति होने वाले लैंगिक भेदभाव, उत्पीड़न एवं शोषण के प्रति जीरो टाॅलरेंस की नीति का पालन कर रही है।
शर्मा ने बताया कि आने वाले नवरात्र की शुभ तिथियों में बालिकाओें की सहभागिता एवं सुरक्षा के लिये दिनांक 17 से 25 अक्टूबर के बीच पूरे प्रदेश में विशेष अभियान संचालित किये जायेंगें। जिसके तहत महिलाओं और बालिकाओं की सहभागिता एवं सुरक्षा, पाॅक्सो एक्ट एवं महिला अपराध संबंधी कानूनों का वृहद प्रचार प्रसार किया जायेगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के दौरान विश्वविद्यालयों द्वारा महाविद्यालयों के साथ विषय विशेषज्ञों के सहयोग से महिला सुरक्षा के प्रति शिक्षकों का संवेदीकरण एवं अभिमुखीकरण किया जायेगा। साथ ही वेबिेनार के माध्यम से विधि विशेषज्ञों, मनोवैज्ञानिकों एवं पुलिस अधिकारियों के सहयोग से लैंगिक समानता, घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा, पाॅक्सो एक्ट, महिला हेल्पलाइन 11090, 108, 102, 112, 181 एवं अन्य प्रचलित कानून के संबंध में जानकारी दी जायेगी एवं काउन्सलिंग व परामर्श सत्र का आयोजन भी किया जायेगा।
इस मौके पर महाविद्यालय के छात्र एवं अभिवावकों द्वारा श्बालिका सुरक्षा शपथश् ली जायेगी। बता दें कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मिशन शक्ति कार्ययोजना के तहत शारदीय नवरात्र के दौरान 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नारी सम्मान, नारी शिक्षा, नारी सशक्तिकरण एवं नारी सुरक्षा एवं स्वावलम्बन के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन राज्य विश्वविद्यालय एवं उनसे सम्बद्ध समस्त महाविद्यालयों के छात्र व छात्राओं अध्यापकों एवं अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए प्रस्तावित है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने नारी शक्ति से संबंधित लोगो का अनावरण किया। उन्होने बताया कि मिशन शक्ति कार्ययोजना के तहत 17 से 25 अक्टूबर तक सम्पन्न होने वाले कार्यक्रमों में 19 से 23 अक्टूबर को विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय हर दिन सुबह 10.00 से 10.30 बजे तक लैंगिक समानता, घरेलू हिंसा महिलाओं की सुरक्षा के लिए विभिन्न विधिक कानूनों से अवगत कराने। बालिकाओं के शारीरिक स्वास्थ्यवर्द्धन एवं पोषण के प्रति जागरूकता, खास तौर से कोविड-19 के मद्देनज़र इम्यून सिस्टम वर्द्धन के लिए सजग एवं जागरूक करने के लिए वेबिनार व्याख्यानमालाओं, निबंध, पोस्टर और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा।