मच्छर जनित स्थितियां मिलने पर 6 लोगों को नोटिस
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। बारिश के साथ शहर में डेंगू का खतरा और बढ़ गया है। बीते चौबीस घंटों के दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू के 16 नये मरीज मिले हैं। इनमें चंदर नगर में 1, सरोजनीनगर में 2, इंदिरा नगर में 4, चिनहट-2, अलीगंज में 3, एन के रोड में 3 और टूडियागंज में 1 एक मरीज है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्र्रवाल का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। टीमें विभिन्न क्षेत्रों में दौरा कर लोगों को मच्छरों से बचने के उपाय बता रही हैं। इसके साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। शुक्रवार को करीब 741 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर 6 लोगों को नोटिस जारी किया गया। नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों ने भी विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया औरा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव कराया गया।
डा. अग्रवाल का कहना है कि मौसम में बदलाव के साथ भी जुकाम-बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि अगर किसी मरीज का प्लेटलेट्स काउंट कम हो रहा है तो जरूरी नहीं कि उसे डेंगू हो गया है। इसी तरह केवल प्लेटलेट्स चढ़ाना ही डेंगू का इलाज नहीं है। वायरल फीवर के मामले में भी कई बार प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं। इसलिए बुखार होने पर घबराने के बजाय नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर अपनी जांच करायें।
इलाज के लिए जरूरी है कि इसके बचाव पर जोर दिया जाये। इसके लिए घर के आस-पास पानी जमा न होने देंं, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढंक कर रखें, हर सप्ताह कूलर के पानी को खाली करके साफ कपड़े से पोछ कर सूखा एवं साफ करने के बाद ही पुन: प्रयोग में लायेें, पूरी बांह के कपड़े पहने। इसके साथ ही घर के अन्दर भी मच्छरों से बचाव के उपाय करें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल सिलिव्स के कपड़े पहने बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें। घर मे या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें। टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने दें और न ही घर के पास उन्हें फेकें। उन्होंने कहा कि इन सब सावधानियों के बावजूद भी यदि बुखार हो जाता है तो स्वंय से दवा न करें, चिकित्सक के परामर्श के बाद ही दवा का उपयोग करें।