वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। शहर में डेंगू का प्रकोप जारी है। गुरूवार को 38 और लोग संक्रमण की जद में आ गये। इस दौरान 1591 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर 14 लोगों को नोटिस जारी किया गया।
बीते चौबीस घंटों के दौरान अलीगंज, इन्दिरानगर, एनके रोड व सिल्वर जुबली में 5-5, चन्दरनगर व चिनहट में 4-4, टूडियागंज व रेडक्रास में 3-3, ऐशबाग में 2 और गोसाईगंज व काकोरी में 1-1 बाकी अन्य क्षेत्रो से मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पाजिटिव आयी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढंक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे।
दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल बांह के कपड़े पहने और बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें। वहीं स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीम ने ला-प्लास के सामने भेडी कोठी हजरतगंज, राजेन्द्रनगर पोस्ट आफिस, मडियाव थाना, विजयखण्ड लोहिया चैराहे के पास, कैलाशपुरी पराग बूथ सब्जी मण्डी, जोन-6 नगर निगम आफिस, मुलायम नगर लेबर अड्डे के पास, इग्नू यूनिवर्सिटी सेक्टर-5 वृन्दावन के आस-पास लार्वा रोधी रसायन एवं फागिंग का कार्य कराया गया तथा जनसामान्य को स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गयी।
संचारी रोंगों के प्रति किया जागरूक
लखनऊ। शहर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है। इसी के तहत बक्शी का तालाब ब्लॉक के ग्राम पंचायत सोनावा के राजकीय हाईस्कूल विद्यालय में गुरूवार को डेंगू, मलेरिया से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को बताया गया कि डेंगू, मलेरिया और फाइलेरिया जैसी बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं, इसलिए मच्छरों से बचें, मच्छरों से बचने के लिए घर और उसके आस-पास सफाई रखें। पानी नहीं पनपने दें। जहां भी पानी इकट्ठा होगा वहां मच्छर पनपेगें।
यदि बुखार आता है तो खुद से कोई इलाज न करें। निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और जांच व इलाज करायें। इस मौके पर मां बरही शक्ति पीठ फाइलेरिया सपोर्ट ग्रुप की नेटवर्क सदस्य 47 वर्षीय राजिया ने विद्यार्थियों को बताया कि वह 10 सालों से फाइलेरिया से पीड़ित हैं और जब वह समूह से जुड़ी तब उन्हें पता चला कि या मच्छर से होने वाली बीमारी है, इसलिए सभी लोग मच्छरों से बचें। फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो कभी ठीक नहीं होती है और यह व्यक्ति को आजीवन दिव्यांग बना देती हैं।